मदुरै, 30 दिसंबर (भाषा): तमिलनाडु में HIV पीड़ित उस युवक ने रविवार को दम तोड़ दिया जिसका खून एक गर्भवती महिला को चढ़ाया गया था। अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि महिला के HIV वायरस से संक्रमित हो जाने की बात पता चलने के बाद 19 वर्षीय इस युवक ने चूहा मारने की दवा खा ली थी।
अधिकारियों ने बताया कि उसका पिछले तीन दिन से यहां सरकारी राजाजी अस्पताल में इलाज चल रहा था और उसकी मौत पाचन तंत्र में रक्तस्राव की वजह से हुई। मदुरै मेडिकल कॉलेज और राजाजी अस्पताल के डीन एस शानमुगसुंदरम ने कहा कि असल में उसकी स्थिति स्थिर बनी हुई थी। लेकिन जो जहर उसने खाया था उससे किसी भी वक्त खून बहना शुरू हो सकता था। और, हुआ भी ऐसा ही, जिसके बाद फिर उसे खून की उल्टी हुई।
उन्होंने कहा कि उल्टी होने के बाद जहर के असर के चलते उसकी मौत हो गई। हालांकि, मरीज का इलाज प्रोटोकॉल के अनुरूप ही किया गया और उसे चार यूनिट खून भी चढ़ाया गया था। वहीं, घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) अध्यक्ष एम के स्टालिन ने तमिलनाडु स्वास्थ्य मंत्री सी विजयभास्कर को तत्काल बर्खास्त करने और स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन के स्थानांतरण की मांग की।
सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि ये बेहद शर्मनाक है कि एक सरकारी अस्पताल में HIV संक्रमित खून चढ़ाया गया। भाजपा की प्रदेश इकाई की अध्यक्ष तमिलिसाई सौंदरराजन ने कहा कि सरकारी अस्पताल आम लोगों के लिए शरण स्थल हैं और वहां बेहद कुशल चिकित्सक काम करते हैं।
उन्होंने कहा, “राजनीतिक पार्टियों की आलोचना सरकारी अस्पतालों में लोगों के विश्वास को हिलाने वाली नहीं होनी चाहिए।” हालांकि, उन्होंने कहा कि इस बारे में कोई दोराय नहीं है कि सरकारी अस्पतालों में प्रोटोकॉल का पालन और मरीज की सुरक्षा सुनिश्चित होनी चाहिए।