नई दिल्ली: पीछा कर रहे झपटमारों से जान बचाने के लिए अनजान के घर में घुसने पर बच्चा चोरी के संदेह में एक व्यक्ति के साथ मारपीट की घटना के तीन सप्ताह बाद उस व्यक्ति ने शनिवार को दम तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि 3 सितंबर को 3 लोगों ने अशोक विहार निवासी गोविंद (27) की पिटाई कर दी थी। शनिवार को एक अस्पताल में उसकी मौत हो गई। पुलिस ने पूर्व में कहा था कि घटना के संबंध में 4 सितंबर को जेलरवाला बाग के निवासी यशवंत कुमार, राकेश यादव और फूलचंद को गिरफ्तार किया गया था। तीनों अभी न्यायिक हिरासत में हैं।
अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 307 (हत्या का प्रयास) और 34 (समान इरादे से कई लोगों द्वारा किया गया कृत्य) के तहत एक मामला दर्ज किया गया था। पुलिस ने बताया कि घटना के बाद गोविंद को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के बाद उसे छुट्टी दे दी गई थी, लेकिन बैचेनी के बाद उसे हाल में सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था। शनिवार को पुलिस ने बताया कि अस्पताल ने उन्हें सूचित किया कि घायल गोविंद की मौत हो गई। डॉक्टरों के मुताबिक, गोविंद की मौत अंदरूनी चोट पहुंचने से हुई। पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिवार के हवाले कर दिया गया।
झपटमारों से बचने के लिए छिपे थे गोविंद
इससे पहले पुलिस ने बताया था कि गोविंद ने जांच के दौरान उन्हें बताया था कि वह जब 3 सितंबर को रेलवे लाइन पार कर रहे थे तो 2 लोगों ने कथित तौर पर उनका सामान छीनने की कोशिश की। उन्होंने बताया झपटमारों से बचने के लिए वह भागने लगे। मदद के लिए पास के मकानों का दरवाजा खटखटाया और झपटमारों से बचने के लिए वह कुमार के घर में घुस गए। कुमार को लगा कि गोविंद बच्चा चोर है और उसने उसकी पिटाई कर दी। उसके साथ यादव और फूलचंद ने भी पिटाई की।