काकद्वीप। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को दक्षिण 24 परगना जिले के चक्रवात प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया और तूफान में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को दो- दो लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की।
ममता बनर्जी ने ‘बुलबुल’ तूफान से प्रभावित लोगों को राहत सामग्री भी वितरित की। पश्चिम बंगाल में तूफान से संबंधित घटनाओं में मरने वालों की संख्या 14 हो गई है। चक्रवात बुलबुल के प्रभाव के कारण पश्चिम बंगाल में मुसुनी द्वीप पर शनिवार की रात नौका डूबने के बाद लापता हुए नौ मछुआरों में से चार के शव भारतीय तटरक्षक दल और एनडीआरएफ के संयुक्त अभियान में बरामद कर लिये गये है।
तूफान के कारण मृतकों की संख्या अब तक 14 हो गई है। बनर्जी ने राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा के लिए एक कार्यबल गठित किया। उन्होंने लोगों से ‘‘सकारात्मक रहने’’ और चक्रवात से प्रभावित लोगों के साथ खड़े रहने की अपील की।
करीब 1.78 लाख लोगों के लिए राज्य के 471 राहत शिविरों में व्यवस्था की गई है। चक्रवात से सबसे अधिक प्रभावित नामखाना और बक्कहाली का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद मुख्यमंत्री ने आपदा के मद्देनजर उठाए गए कार्यों की समीक्षा के लिए यहां प्रशासनिक बैठक की।
उन्होंने कहा, ‘‘मेरे प्रशासन ने सराहनीय काम किया है। अन्यथा बर्बादी और ज्यादा हुई होती, अगर उन्होंने (अधिकारियों ने) 1.78 लाख लोगों को सुरक्षित नहीं निकाला होता, तो मैं बता नहीं सकती कि क्या हो गया होता। उनको पुरस्कृत किया जाएगा। यहां तक कि केंद्र सरकार ने भी (प्रयासों की) सराहना की है।”
इस वक्त बिजली आपूर्ति बहाल किए जाने, साफ पेयजल एवं दवाओं की जरूरत पर जोर देते हुए बनर्जी ने अधिकारियों से लोगों तक पहुंचने और क्षेत्र में बराबर वितरण सुनिश्चित करने को कहा। मुख्यमंत्री बुधवार को उत्तरी 24 परगना के बशीरहाट के तूफान प्रभावित इलाकों का दौरा करने वाली हैं। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने तूफान प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के लिए बनर्जी की सराहना की और कहा कि वह हर संभव सहायता देंगे।