नई दिल्ली: एटीएम को 200 रुपये के नोट के अनुकूल बनाने में देरी देश के कुछ हिस्सों में नकदी संकट की एक वजह है। सूत्रों ने कहा कि रिजर्व बैंक द्वारा 200 रुपये का नोट पेश किए जाने के बाद एटीएम को इसके अनुकूल बनाने का फैसला किया गया। सूत्रों ने बताया कि यह अभियान तुरंत शुरू हो गया लेकिन देश के कुछ हिस्सों में इसमें देरी हुई।
रिजर्व बैंक ने कहा कि देश के कुछ हिस्सों में नकदी संकट की एक वजह एटीएम को तेजी से भरने में लॉजिस्टिक की समस्या है। साथ ही एटीएम को नए जारी नोट के अनुकूल बनाने का काम भी चल रहा है।
इस बीच, पिछले कुछ दिन से 2,000 रुपये के नोट की छपाई भी रुकी हुई है। आर्थिक मामलों के सचिव एस सी गर्ग ने कहा कि 2,000 के नोट की और आपूर्ति करने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह पहले से ही अत्यधिक आपूर्ति की स्थिति में है।