नई दिल्ली: गुवाहाटी में आज जीएसटी काउंसिल की बैठक में फैसला लिया गया है कि अब केवल 50 चीजों पर 28 फीसदी जीएसटी लगेगी। पहले 227 सामानों पर लग रहा था जीएसटी। जीएसटी के खिलाफ सड़क पर कांग्रेस के प्रदर्शन-हंगामे के बीच मोदी सरकार ने जीएसटी पर बड़ी राहत का ऐलान किया। जीएसटी काउंसिल की आज गुवाहाटी में हुई बैठक में 28 फीसदी टैक्स स्लैब में शामिल 200 से ज़्यादा आइटम्स में से 80 फीसदी आइटम्स पर टैक्स घटकर 18 फीसदी कर दिया गया है। अब 28% के स्लैब में 227 में से सिर्फ 50 अइटम ही रहेंगे बाकी सारे आइटम्स 18% में आ जाएंगे। इनमें ज्यादातर चीज़ें रोजाना इस्तेमाल की है। केंद्र के रेवेन्यू में इस फैसले से 20000 करोड़ का असर होगा।
रोजाना इस्तेमाल की चीजें जैसे शैंपू पर टैक्स अब 18 फीसदी किया जा सकता है तो वहीं फर्नीचर, इलेक्ट्रिक स्वीच और प्लास्टिक पाइप पर भी राहत मिलने के आसार हैं। कंपोजीशन स्कीम के तहत 1 फीसदी छूट और नॉन एसी रेस्टोरेंट पर टैक्स घटाने पर भी फैसला संभव है। छोटे कारोबारियों को राहत देने के मकसद से कंपोजिशन स्कीम में भी बदलाव की तैयारी है।
जीएसटी की दरें और नियमों पर अंतिम फैसला लेने की जिम्मेदारी जीएसटी काउंसिल को दी गयी है। काउंसिल के अध्यक्ष वित्त मंत्री अरुण जेटली हैं जबकि वित्त राज्य मंत्री के साथ 29 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों, दिल्ली और पुडुडुचेरी के नामित मंत्री इसके सदस्य हैं। गुवाहाटी में जीएसटी की 23वीं बैठक से पहले कांग्रेस का सड़क पर गदर जारी है।
गुजरात के चुनावी मौसम में जीएसटी एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी तो जीएसटी को 'गब्बर सिंह टैक्स' कहकर सरकार को घेरने की कोशिश कर चुके हैं। जीएसटी पर विरोध बढ़ने के बाद पीएम मोदी से लेकर वित्त मंत्री अरुण जेटली तक के जीएसटी पर बयान सामने आए लेकिन अब देशभर की निगाहें गुवाहाटी में जीएसटी काउंसिल की बैठक पर है।