नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली के करोल बाग में स्थित एक होटल में आग लगने से 17 लोगों की जान चली गई और 4-5 लोग घायल हो गए। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली सरकार ने करोलबाग आग हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए हैं। पुलिस ने बताया कि आग करोलबाग में गुरुद्वारा रोड स्थित होटल अर्पित पैलेस में लगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंगलवार सुबह 4:30 बजे के आसपास होटल अर्पित पैलेस के टॉप फ्लोर पर कथित रूप से शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई, जिसके बाद 2 लोगों ने जान बचाने के लिए चौथी मंजिल से छलांग लगा दी। बताया जा रहा है कि आग पहले टॉप फ्लोर में लगी, फिर तेजी से नीचे के फ्लोर की तरफ बढ़ने लगी।
इस घटना की सूचना मिलते ही दमकल की गाड़ियां मौके के लिए रवाना हो गईं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आग बुझाने के काम में दमकल की 26 गाड़ियां लगी थीं, लेकिन इसपर काबू पाए जाने तक कई लोग इसकी चपेट में आ चुके थे। इस दुर्घटना में 17 लोगों के मारे जाने की खबर है। आपको बता दें कि करोल बाग कमर्शल कम रेसिडेंशल इलाका है और यहां काफी गहमागहमी रहती है। घायलों को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल, गंगाराम हॉस्पिटल और लेडी हार्डिंग हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। खबरों के मुताबिक, राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में भर्ती 13 लोगों ने दम तोड़ दिया।
एक चश्मदीद ने बताया कि आग लगने के बाद लोगों के चिल्लाने की आवाजें आ रही थीं। उन्होंने बताया कि कई लोगों ने होटल की छत से छलांग लगा दी, और 2 लोगों की कूदने से मौत हो गई। वहीं, इस होटल में ठहरे एक शख्स ने बताया कि वह तो किसी तरह बच निकलने में कामयाब हो गए, लेकिन उनके कुछ रिश्तेदार होटल में ही फंस गए। उन्होंने बताया कि वह फोन के जरिए भी अपने रिश्तेदारों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। इस भीषण आग पर काबू पा लिया गया है। बताया जा रहा है कि रूम नंबर 109 में हुए शॉर्ट सर्किट के कारण यह आग लगी, लेकिन अभी तक यह कंफर्म नहीं हो पाया है।
दमकल विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कुछ इस्तेमाल किए अग्निशामक मिले हैं, जिससे प्रतीत होता है कि अंदर फंसे लोगों ने आग बुझाकर वहां से निकलने की कोशिश की होगी। अधिकारी ने बताया कि आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।