नई दिल्ली: मैत्रेय दादाश्रीजी से प्रेरित और उनके मार्गदर्शन में काम कर रहे मैत्री परिवार ने एक वैश्विक प्रार्थना का आयोजन किया है, जिसमें पूरी दुनिया के 70 से ज़्यादा देशों से दस लाख से ज्यादा लोग एक समान उद्देश्य के लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से साथ आए और COVID-19 से मुक्ति के लिए प्रार्थना की। इसकी एक निर्देशित प्रक्रिया रही, जो कोविड-19 से बचाव या उसकी रोकथाम तक ही सीमित न रहते हुए उसके पूरी तरह उन्मूलन के लिए थी।
मैत्रेय दादाश्रीजी ने कहा, "कोरोना वायरस बीमारी पूरे देश और दुनिया में फैल चुकी है, जहां लोग दुख में हैं। हमें आज सिर्फ इतना सोचना है कि जो हो रहा है उसे रोक दें। कोई आध्यात्मिक ज्ञान या कोई फिलॉसफी देकर आज हमारी परेशानियां हल नहीं होने वाली। मैं कोई शिक्षक नहीं हूं, मैं आपका दोस्त हूं और साथ बैठकर हम कोशिश करेंगे कि साथ बैठकर हम इस दुख को कैसे कम कर सकते हैं।"
उन्होंने कहा, "या तो आप उन सारे नियमों का पालन करेंगे जो आपको सरकार और डॉक्टर्स ने कहा है, दूसरा या तो आप किसी और को गाइड करेंगे। पर और एक तीसरा प्वाइंट है, वो है प्रार्थना। अगर आप ईश्वर को मानते हो, किसी भी रूप में मानते हो, तो आप उनकी प्रार्थना कर सकते हो। अगर आप ईश्वर को नहीं मानते हो तो अपने भीतर से एक पॉजिटिव विचार ब्रह्मांड में भेज दीजिए। अपने भीतर से प्रार्थना करें।"
उन्होंने कहा, "प्रार्थना करें कि जो तकलीफ है, बीमारी है, त्रासदी है, जिसका कारण ये कोरोना वायरस है, उसका अंत हो जाए और यह दुख तुरंत रुक जाए। आपको बस भीतर, अपने उस ईश्वर से संबंध बनाना है। अपने विचार बदल दीजिए, अपने आपसे प्रेम कीजिए। सभी से प्रेम कीजिए और सबसे ऊपर हमारी धरती मां, उसे प्रेम कीजिए।"
मानव इतिहास में इसके पहले कभी विश्व भर से इतने लोग एक प्रयोजन के लिये एक साथ आकर किसी प्रार्थना में सम्मिलित नहीं हुए है। यह पहला मौका है जब COVID-19 से मुक्ति के लिए विश्वभर के 10 लाख से ज्यादा लोग एक साथ किसी प्रार्थना में शामिल हुए हैं।