गाज़ियाबाद पुलिस ने BSP नेता दीपक भारद्वाज की हत्या के मुख्य अभियुक्त बाबा प्रतिभानंद को शुक्रवार रात गिरफ्तार कर लिया। वह चार साल से फ़रार था। भारद्वाज की हत्या मार्च 2013 में हुई थी। मच्छेंदरनाथ उर्फ़ प्रतिभानंद प्रतिभानंद पर पुलिस ने एक लाख रुपये का ईनाम रखा था। पुलिस पिछले चार सालों से प्रतिभानंद की तलाश कर रही थी।
दीपक भारद्वाज के पास 400 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति थी। हत्या की सुपारी दीपक भारद्वाज के बेटे ने प्रतिभानंद को दी थी। 26 मार्च 2013 को दिल्ली में बिजनेसमैन और नेता दीपक भारद्वाज की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। माना जाता है कि प्रतिभानंद हत्या को अंजाम देने के बाद नेपाल और फिर दूसरे देश भाग गया था।
दीपक भारद्वाज की साउथ दिल्ली के उनके फार्म हाउस में गोली मारकर हत्या की गई थी। इस मामले में पुलिस ने दीपक भारद्वाज के बेटे नितेश भारद्वाज को गिरफ्तार किया था। नितेश ने कत्ल की बात भी कुबूल की थी।
दीपक भारद्वाज की हत्या सुपारी किलर्स से कराई गई और उसे 5 करोड़ रुपये की सुपारी दी गई थी। हत्या की वजह प्रॉपर्टी विवाद और और दीपक के अपने से 33 साल कम उम्र की लड़की से अवैध संबंध थे जो नितेश को पसंद नहीं थे। इस हत्या का मास्टरमाइंड स्वामी प्रतिभानंद ही था जिसने शूटर्स मुहैया कराए थे
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