नई दिल्ली: दो अक्टूबर, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जन्मजयंती का दिन है। 1869 में दो अक्टूबर को ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म हुआ था। आज उनकी जयंती पर हम आपको एक किस्सा बताने वाले हैं, जो उनसे और RSS यानि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ा हुआ है। इस किस्से का जिक्र RSS प्रमुख मोहन भागवत ने साल 2019 में आज ही के दिन किया था।
मोहन भागवत ने कहा था कि महात्मा गांधी विभाजन के दिनों में दिल्ली में एक शाखा में आए थे और स्वयंसेवकों का अनुशासन और उनमें जाति-पाति की भावना का अभाव देखकर प्रसन्नता व्यक्त की थी। उन्होंने कहा था कि संघ के स्वयंसेवक प्रतिदिन प्रातःकाल एकात्मता स्त्रोत्र में महात्मा गांधी के नाम का उच्चारण करते हुए उनके जीवन का स्मरण करते हैं।
भागवत ने पिछले साल इसी मौके पर आरएसएस की वेबसाइट पर प्रकाशित एक आलेख में कहा था, ‘‘विभाजन के रक्तरंजित दिनों में दिल्ली में अपने निवास के पास लगने वाली शाखा में गांधी जी का आना हुआ था। उसकी रिपोर्ट 27 सितंबर 1947 के हरिजन में छपी है। संघ के स्वयंसेवकों का अनुशासन और उनमें जाति-पाति की विभेदकारी भावना का अभाव देख कर गांधी जी ने प्रसन्नता व्यक्त की थी।’’
उन्होंने कहा था कि महात्मा गांधी 1936 में वर्धा के पास लगे संघ शिविर में भी पधारे थे और अगले दिन संघ के संस्थापक डॉ. हेडगेवार ने उनसे उनके निवास स्थान पर मुलाकात की थी। महात्मा गांधी जी से हुयी उनकी बातचीत और प्रश्नोत्तर अब प्रकाशित हैं।