
अमरावती: महाराष्ट्र के अमरावती सहित पांच शहरों में हिंसा, आगजनी और तोड़फोड़ हुई, जिसे तनाव की स्थिति बनी हुई है। पुलिस ने मौर्चा संभाल रखा है, दंगाइयों पर कार्रवाई की जा रही है। CCTV फुटेज के आधार पर दंगाइयों की पहचान की जा रही है और जिस भी दंगाई की पहचान हो रही है, उसे गिरफ्तार किया जा रहा है। अभी तक हिंसा के मामले में कुल 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की जा चुकी है। वहीं, मालेगांव में हिंसा करने वाले 18 लोगों को गिरफ्तार किया है जबकि नांदेड़ में हिंसा के 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और अमरावती में 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हिंसा को देखते हुए अमरावती में कर्फ्यू भी लागू कर दिया गया है।
महाराष्ट्र में कैसे भड़की हिंसा? त्रिपुरा से उठी चिंगारी
दरअसल, शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद नांदेड़, नाशिक, मालेगांव, अमरावती और वाशिम में दंगाइयों ने पुलिस पर पथराव और दुकानों-गाड़ियों में तोड़फोड़ की थी। यह हिंसा त्रिपुरा में एक मस्जिद को कथित तौर पर नुकसान पहुंचाए जाने की खबर के बाद हुई, जिसके बारे में त्रिपुरा सरकार ने साफ कहा है कि उनके वहां किसी भी मस्जिद को नुकसान नहीं पहुंचाया गया है। त्रिपुरा पुलिस जांच कर रही है कि मस्जिद को नुकसान पहुंचाए जाने की फेक न्यूज किसने और किस उद्देश्य से फैलाई है।
त्रिपुरा पुलिस को मिले फेक पोस्ट
त्रिपुरा पुलिस को कुछ ट्विटर हैंडल मिले हैं, जिनके जरिए फेक न्यूज फैलाई गई थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अब तक की जांच के दौरान गलत खबर फैलाने वाले ट्विटर के 94 लिंक मिले हैं, जिनमें से 47 हटाए जा चुके हैं। पुलिस को 24 फेक पोस्ट मिले जबकि 66 आपत्तिजनक पोस्ट मिले। सूत्रों के अनुसार, फेसबुक पर गलत खबर फैलाने वाले 32 लिंक मिले, इनमें से 13 फेक पोस्ट हैं जबकि 19 आपत्तिजनक हैं। यूट्यूब पर भी दो आपत्तिजनक लिंक मिले, जिनमें से एक को हटा दिया गया है।
क्या है पाकिस्तानी कनेक्शन?
सूत्रों के अनुसार, त्रिपुरा पुलिस को सोशल मीडिया पर मस्जिद को नुकसान पहुंचाए जाने की फेक जानकारी फैलान से जुड़े कुल 128 लिंक मिले हैं, जिनमें से 37 फेक पोस्ट हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि इसमें एक पाकिस्तानी कनेक्शन भी सामने आ रहा है। दरअसल, सूत्रों के अनुसार, त्रिपुरा पुलिस को UAPA लिस्ट में शामिल एक ट्विटर अकाउंट का पाकिस्तानी लिंक मिला है, यह पाकिस्तान के JeI आतंकी नेटवर्क से जुड़ा है। यह ट्विटर अकाउंट भारत विरोधी गतिविधियों में सक्रिय पाया गया है।
अमरावती में कर्फ्यू, चिकित्सा आपातकाल में बाहर निकलने की छूट
अमरावती पुलिस आयुक्तालय की ओर से जारी एक आदेश के अनुसार, शहर की सीमा के अंदर कर्फ्यू लगा दिया गया है और यह अगले आदेश तक जारी रहेगा। चिकित्सा आपातकाल को छोड़कर लोगों को अपने घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। इसी प्रकार पांच से ज्यादा लोगों के एकत्र होने की इजाजत नहीं दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि कोतवाली पुलिस ने अब तक दंगा समेत विभिन्न आरोपों में 11 प्राथमिकी दर्ज की है और दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
BJP द्वारा बुलाए गए बंद के दौरान हिंसा!
भारतीय जनता पार्टी की ओर से कथित तौर पर बुलाये गए बंद के दौरान शनिवार सुबह उग्र भीड़ ने अमरावती शहर में विभिन्न स्थानों पर पथराव किया और दुकानों में तोड़फोड़ की, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। त्रिपुरा में हुई कथित सांप्रदायिक घटना के विरोध में अमरावती में मुस्लिम संगठनों द्वारा शुक्रवार को आयोजित रैली में हुए पथराव के विरोध में बंद का आह्वान किया गया था।
अमरावती में शुक्रवार को क्या हुआ था?
शुक्रवार को आठ हजार से अधिक लोग अमरावती के जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर एक ज्ञापन सौंपने के लिए जमा हुए थे, जिसमें अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ अत्याचार को रोकने की मांग की गई थी। ज्ञापन सौंपकर जब लोग निकल रहे थे तो कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत चित्रा चौक और कपास बाजार के बीच तीन स्थानों पर पथराव हुआ।
अमरावती हिंसा महाराष्ट्र सरकार को अस्थिर करने की साजिश: संजय राउत
शिवसेना सांसद संजय राउत ने विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए शनिवार को कहा कि महाराष्ट्र के अमरावती और अन्य जगहों पर हिंसा का उद्देश्य महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार को अस्थिर करना है। राउत ने कहा कि राज्य सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी और हिंसा के साजिशकर्ताओं के चेहरे जल्द बेनकाब किए जाएंगे।
राज्य सरकार कड़ाई से निपटने के लिए प्रतिबद्ध: राउत
राउत ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र में जो हिंसा हो रही है, उसका उद्देश्य एमवीए सरकार को अस्थिर करना है। हिंसा को बढ़ावा देते हुए वे (विपक्ष) राज्यपाल से मिलेंगे और केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर दावा करेंगे कि महाराष्ट्र में (कानून और व्यवस्था की) स्थिति बिगड़ रही है। भविष्य में भी ऐसा होगा। लेकिन, राज्य सरकार इससे कड़ाई से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है।’’