नई दिल्ली: महाराष्ट्र के भिवंडी में मंगलवार रात बड़ा हादसा हुआ। यहां एक तीन मंज़िला इमारत का हिस्सा गिरने से एक महिला की मौत हो गई। बिल्डिंग का मलबा एक चॉल पर गिरा था जिसमें कई लोग दब गए लेकिन एनडीआरएफ ने क़रीब साढ़े चार घंटे के रेस्क्यू के बाद 5 लोगों को ज़िंदा निकाल लिया। चौंकाने वाली बात ये है कि जिस बिल्डिंग का हिस्सा गिरा उसे बने अभी सिर्फ सात साल हुए थे। मामला भिवंडी के रसूलाबाद के खोनी गांव का है लेकिन गनीमत ये थी कि बिल्डिंग गिरने की आशंका के चलते इसे पहले ही खाली करा लिया गया था।
लोगों के बीच मातम तब पसरा जब चॉल में रहने वाली एक महिला इस हादसे का शिकार हो गई। जैसे ही बिल्डिंग का हिस्सा गिरा एनडीआरएफ की टीम को मौके पर रवाना कर दिया गया। मौके पर एनडीआरएफ के पहुंचते ही रेस्क्यू शुरू हो गया। डॉग स्क्वॉयड की भी मदद ली गई और क़रीब 4.30 घंटे तक चले रेस्क्यू में 5 लोगों को ज़िंदा निकालने में कामयाबी मिली।
लोग हैरान हैं कि आखिर 7 साल पुरानी बिल्डिंग इतनी कमज़ोर कैसे हो गई कि उसका एक हिस्सा गिर गया और 25 साल की एक महिला की मौत हो गई। हादसे के बाद ठाणे के पालक मंत्री एकनाथ शिंदे भी मौके पर पहुंचे और बिल्डर पर कार्रवाई का भरोसा दिया।
शहर-शहर मौत की इन इमारतों ने लोगों को और भी खौफज़दा कर दिया है। ग्रेटर नोएडा से गाज़ियाबाद और गाज़ियाबाद से जानलेवा बिल्डिंग का सिलसिला अब मुंबई से सटे भिवंडी तक पहुंच गया है। सवाल यही है कि आखिर लोगों की गाढ़ी कमाई हड़पकर बदले में मौत बांटने वाले बिल्डर कितने हैं और कहां कहां हैं।