मुंबई: मूसलाधार बारिश से शनिवार को महाराष्ट्र का अधिकांश हिस्सा और मुंबई पानी-पानी हो गई, जिसमें कम से कम 16 लोगों की जान चली गई। राज्य में मॉनसून के सामान्य रूप से बढ़ने के बावजूद मौसम विभाग ने 48 घंटों के दौरान भारी बारिश की संभावना जताई है। तटीय कोंकण, मुंबई, उत्तरी, पश्चिमी एवं पूर्वी महाराष्ट्र सहित राज्य के कई इलाकों में भीषण गर्मी के बाद शुक्रवार रात एक बजे से गरज के साथ भारी बारिश से लोगों को राहत मिली है। निचले इलाकों में जलभराव की समस्या पैदा हो गई है, क्योंकि भारी बारिश के कारण कुछ ही पलों में गटर व नालियां पानी से लबालब हो गईं और सड़कें पानी-पानी हो गईं।
प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में शुक्रवार आधी रात से लेकर अबतक बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 16 लोगों की जान जा चुकी है। शनिवार तड़के आकाशीय बिजली की चपेट में आने से गढ़चिरौली में आठ, नांदेड़ में तीन, लातूर में दो तथा नासिक में एक व्यक्ति की मौत हो गई। अहमदनगर के नेवासा में स्कूल जा रहा 10 साल का एक बच्चा पानी के तेज बहाव में तब बह गया, जब वह पानी से लबालब भरे एक नाले पर बने पुल को पार करने का प्रयास कर रहा था।
ठाणे जिले के मुरबाड के निकट नंगे तार की चपेट में आकर करंट से आईटी इंजीनियर योगेश कुर्ले की मौत हो गई, जबकि एक अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। शोलापुर जिले के पंधारपुर के निकट चंद्रभागा नदी में शनिवार तड़के चार बच्चे बह गए। सभी की उम्र चार से सात साल के बीच है। मृतकों के परिजनों तथा स्थानीय कार्यकर्ताओं ने कहा कि नदी में बालू खुदाई की अवैध गतिविधियों के कारण बच्चों को गहराई का पता नहीं चल पाया।
बारिश के कारण पालघर में एक ट्रांसफॉर्मर में खराबी आने से जिले के कई इलाके सुबह से ही अंधेरे में डूबे हैं। संबंधित अधिकारी युद्धस्तर पर विद्युत आपूर्ति बहाल करने में लगे हैं, क्योंकि दोपहर तक आसमान साफ हो गया। भारत मौसम विभाग (आईएमडी) मुंबई ने कोंकण क्षेत्र, उत्तरी व दक्षिणी महाराष्ट्र में बेहद भारी बारिश की संभावना जताई है, जबकि मराठवाड़ा तथा मध्य महाराष्ट्र में भारी बारिश की संभावना जताई है। बीती रात से लेकर अब तक उत्तरी कोंकण के पालघर में सर्वाधिक नौ सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई, जबकि सिधुदुर्ग के मालवन में आठ सेंटीमीटर तथा मुंबई में 3.59 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई।
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