पुणे: महाराष्ट्र में फिर आरक्षण की आग भड़क गई है। मराठा आरक्षण को लेकर चल रहा आंदोलन आज पुणे के चकन में हिंसक हो गया। यहां प्रदर्शनकारियों ने 6 बसों में तोड़फोड़ और आगजनी की। इसके अलावा 25 से ज्यादा गाड़ियों को आग के हवाले किया और 80 से ज्यादा गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। हिंसक आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने चकन इलाके में धारा 144 लगा दी है।
मिली जानकारी के मुताबिक मराठा आरक्षण आंदोलन के तहत पुणे के नजदीक चाकण में विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया था। इस प्रदर्शन के बाद ही चकन में आंदोलन अचानक हिंसक हो गया। कुछ प्रदर्शनकारियों ने तलेगांव चौक में गाड़ियों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। पुलिस के अलावा कई निजी गाड़ियों को भी निशाना बनाया गया।
इस बीच कांग्रेस ने अपने विधायकों और वरिष्ठ पार्टी के नेताओं की बैठक के बाद राज्यपाल विद्यासागर राव को मराठा आरक्षण के मामले में हस्तक्षेप करने को कहा है और राज्य सरकार से मराठा समुदाय को 16% आरक्षण देने के लिए प्रयासों में तेजी लाने के लिए कहा है।
वहीं, महाराष्ट्र में एक और युवक ने मराठा आरक्षण आंदोलन की मांग को लेकर रविवार को आत्महत्या कर ली। कांग्रेस ने इस मामले में राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग की है, जबकि हिंसा को देखते हुए सरकार ने पुणे में धारा 144 लागू कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रमोद पाटिल नाम के इस शख्स ने आत्महत्या के पहले एक फेसबुक पोस्ट में लिखा, 'आज एक मराठा जा रहा है।' युवक ने लिखा कि वह अपने जीवन को मराठा आंदोलन के लिए कुर्बान कर रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके बाद 31 वर्षीय पाटिल ने औरंगाबाद के मुकुंदवाड़ी रेलवे स्टेशन के पास ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी।
बता दें कि सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण को लेकर ये आंदोलन किया जा रहा है। बीच-बीच में ये आंदोलन हिंसक रूप धारण कर लेता है। इससे पहले पिछले हफ्ते मराठा क्रांति मोर्चा ने एक दिन का मुंबई बंद भी बुलाया गया था।