मुंबई: महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शनिवार को बेमौसम बारिश से नष्ट हुई फसलों के कारण नुकसान उठाने वाले किसानों के लिए मुआवजे का ऐलान किया। उन्होंने तत्काल इसके वितरण के आदेश दिए हैं। एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि खरीफ फसलों के लिए दो हेक्टेयर तक 8,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से और बागवानी/बहुवर्षीय फसलों के लिए दो हेक्टेयर तक 18,000 रुपये प्रति हेक्टेयर राहत देने की घोषणा की गई है।
बयान के अनुसार राज्यपाल ने प्रभावित किसानों के पढ़ रहे बच्चों की फीस में छूट का निर्देश दिया है। महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को हुए चुनाव में त्रिशंकु विधानसभा के चलते कोई भी पार्टी सरकार नहीं बना सकी। इसके बाद 12 नवंबर से राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू है। बयान में कहा गया है कि राज्यपाल ने अक्टूबर और नवंबर में राज्य के विभिन्न हिस्सों में हुई भारी बारिश से फसलों को हुए नकुसान की भी समीक्षा की। साथ ही इसमें यह भी कहा गया है कि राज्यपाल ने प्रभावित किसानों के भू राजस्व में छूट के साथ-साथ स्कूल और कॉलेजों में पढ़ रहे उनके बच्चों के परीक्षा शुल्क में छूट की घोषणा की है। इससे पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने दो नवंबर को प्रभावित किसानों के लिए विशेष सहायता के रूप में 10,000 करोड़ रुपये मंजूर किए थे।
राकांपा और कांग्रेस ने सहायता को 'बहुत कम' करार देते हुए इसे कम से कम 25,000 करोड़ रुपये तक बढ़ाने की मांग की थी। इस बीच महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता अशोक चव्हाण ने शनिवार को कहा कि राज्यपाल द्वारा घोषित सहायता 'अपर्याप्त' है। चव्हाण ने एक बयान में कहा, 'प्रशासन को यह सहायता तत्काल किसानों के खातों में जमा करानी चाहिए। कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनने पर अतिरिक्त राहत की घोषणा की जाएगी।' राकांपा नेता धनंजय मुंडे ने कहा कि प्रभावित किसानों को पर्याप्त वित्तीय सहायता की आवश्यकता है जो उनकी फसलों को हुए नुकसान के अनुरूप हो। शिवसेना सांसद राहुल शेवाले ने केन्द्र सरकार से किसानों के लिए पर्याप्त सहायता की मांग की।