मुंबई: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में संदिग्ध माओवादियों ने मंगलवार को तीन ग्रामीणों की गोली मारकर हत्या कर दी। माओवादियों को शक था कि पिछले साल इन ग्रामीणों द्वारा दी गई गुप्त सूचना के कारण ही पुलिस ने एक बड़े अभियान में 40 माओवादियों को मार गिराया था। एक पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि छत्तीसगढ़ से करीब 150 हथियारबंद माओवादियों का एक समूह तड़के यहां से करीब 950 किलोमीटर दूर भामरागड तालुका के कोसफुंडी फाटा के पास स्थित कसनासुर गांव में दाखिल हुआ और मालू मडावी, कन्ना मडावी और लालसू कुडयेटी के घरों में गया। उन्होंने तीनों को उनके घरों से बाहर निकाला और गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद उनके शव को सड़क पर फेंक दिया गया।
अधिकारी ने बताया कि माओवादियों को शक था कि तीनों ने पुलिस को जंगलों में उनकी मौजूदगी की जानकारी दी थी, जिसकी वजह से पिछले साल गढ़चिरौली के कसनासूर-तुमिरगुंडा में चलाए गए अभियान में पुलिस ने कई माओवादियों को मार गिराया था। उन्होंने बताया कि गांव से जाते वक्त माओवादियों ने एक बैनर लगाकर कहा कि वे अप्रैल 2018 में हुई अपने साथियों की हत्या का बदला ले रहे हैं।
महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित भामरागड में पुलिस बलों भेजा गया है। मामले की जांच चल रही है।