नई दिल्ली: दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने केंद्र सरकार द्वारा उनकी मांगें माने जाने के बाद गुरुवार को अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल समाप्त कर दी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री गजेंद्र शेखावत ने गुरुवार शाम हजारे से मुलाकात कर केंद्र सरकार द्वारा उनकी मागें स्वीकार करने की सूचना दी। फडणवीस ने अन्ना को जूस पिला कर उनका अनशन खत्म कराया।
बता दें कि अन्ना को मनाने के लिए सीएम फडणवीस दिल्ली के रामलीला मैदान पहुंचे थे। यहां अन्ना हजार पिछले 7 दिनों से अनशन पर थे।
बीते शुक्रवार को उपवास पर बैठे हजारे ने गुरुवार को उपवास तोड़ने के बाद कहा कि सरकार ने उनकी मांगों के क्रियान्वयन की कोई समयसीमा नहीं बताई है। इसलिए अगर छह महीने में कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो वह सितंबर में फिर से भूख हड़ताल करेंगे।
गौरतलब है कि लोकायुक्त का गठन समेत कई मांगों को लेकर भूख-हड़ताल पर बैठे अन्ना हजारे का स्वास्थ्य बुधवार को बिगड़ गया था। उनके डॉक्टर धनंजय पोटे ने संवाददाताओं को बताया था कि हजारे का ब्लड प्रेशर बढ़ा हुआ है जबकि शरीर में ग्लूकोज का स्तर घट गया था जिससे उनको थकान महसूस हो रही है।
अन्ना हजारे के स्वास्थ्य की देखभाल करने महाराष्ट्र के रालेगांव सिधी से आए पोटे ने कहा था, "दोपहर तीन बजे जब अन्ना जी के स्वास्थ्य की जांच की गई तो उनका ब्लड प्रेशर 186/100 थी। लोकनायक जय प्रकाश अस्पताल के चिकित्सकों के मुताबिक, उनके शरीर में रक्त ग्लूकोज का स्तर घट गया है।"