नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी पार्टियों द्वारा महागठबंधन बनाने के प्रयासों को ज्यादा महत्व नहीं देते हुए कहा कि इसके बारे में इतना ही महत्वपूर्ण है कि यह चुनाव से पहले टूटता है या बाद में। पीएम ने कहा है कि विरोधी दल बीजेपी की बढ़ती लोकप्रियता से घबराकर महागठबंधन के प्रयास में जुटे हैं। पीएम ने संसद में राहुल गांधी के गले मिलने से जुड़े सवाल पर कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष इशारा देखकर खुद तय करें कि उनकी हरकत कैसी थी।
पीएम मोदी ने महागठबंधन पर कहा कि ये पार्टियां जिस समय सत्ता में थी उन्होंने केवल भ्रष्टाचार, भाई भतीजावाद और कुशासन दिया। अब ये दल यह समझ रहे हैं कि चुनाव का अंकगणित केवल जाति, वर्ग और धर्म तक ही सीमित है। पर जनता उनकी यह इच्छा पूरी नहीं होने देगी क्योंकि उसने भाजपा की मेहनती सरकार की कार्यप्रणाली को देख लिया है। उनके इरादे कामयाब नहीं होंगे।
पीएम मोदी ने एनडीए के सहयोगी दलों के नाखुश होने की खबरों को सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि एनडीए के सहयोगी दल एकजुट हैं। अविश्वास प्रस्ताव और राज्यसभा उपसभापति चुनाव में जीत इसका सबूत हैं। उन्होंने कहा कि हमको एनडीए से बाहर के दलों का भी समर्थन मिला हुआ है।