भोपाल: मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल अंचल में हालात अब धीरे-धीरे सामान्य हो चले हैं। यहां गुरुवार को दिन के कर्फ्यू में ढील दी गई, वहीं रात का कर्फ्यू जारी रखने का फैसला लिया गया है। पुलिस की चौकसी लगातार बनी हुई है। ग्वालियर के पुलिस अधीक्षक डॉ. आशीष ने आईएएनएस को बताया कि ग्वालियर शहर के तीन और डबरा कस्बे में सुबह आठ बजे से छह बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई, इस दौरान किसी भी क्षेत्र में किसी तरह की न तो कोई अप्रिय घटना हुई और न ही ऐसी कोई सूचना आई है।"
एससी/एसटी कानून को नरम करने वाले सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ सोमवार को आहूत भारत बंद के दौरान मध्य प्रदेश के ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में भड़की हिंसा में कुल आठ लोगों की जान गई थी। ग्वालियर में तीन, भिंड में चार और मुरैना में एक व्यक्ति की हिंसा में मौत हुई थी।
चंबल परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) संतोष कुमार सिंह ने बताया, "भिंड व मुरैना के कर्फ्यू ग्रस्त इलाकों में पुलिस की चौकसी बनी हुई है। मुरैना में सुबह 10 बजे से शाम सात बजे तक और भिंड में 10 बजे से अपरान्ह चार बजे तक कर्फ्यू में ढील दी गई। वहीं आरोपियों की गिरफ्तारी का दौर जारी है।"
हिंसा प्रभावित जिलों में सुरक्षा के मद्देनजर अतिरिक्त बल को तैनात किया गया है। विशेष सशस्त्र बल की 16 कंपनियां, आरएएफ की चार कंपनियां, एसटीएफ की दो कंपनियों के अलावा नवप्रशिक्षित 550 उपनिरीक्षक (सब इंस्पेक्टर) और नवप्रशिक्षित 3000 आरक्षक तैनात किए गए हैं। सुरक्षा बल लगातार गश्त कर रहे हैं।