भोपाल: मध्यप्रदेश के प्राचीन शहर उज्जैन में स्थित विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर 11 सप्ताह के बाद सोमवार को फिर से खोला जायेगा, लेकिन मंदिर प्रबंधन से अनुमति लेने के बाद ही श्रद्धालु यहां प्रवेश और पूजा कर सकेंगे। प्रदेश की राजधानी भोपाल से 175 और आर्थिक राजधानी इंदौर से लगभग 55 किलोमीटर दूर देश में भगवान शिव के 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक महाकालेश्वर मंदिर कोरोना महामारी का संक्रमण रोकने के लिए लगाए गए देशव्यापी लॉकडाउन के तहत श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिया गया था।
मंदिर प्रबंधन समिति के प्रशासक सुजान रावत ने शनिवार को बताया, ‘‘श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश की अनुमति प्राप्त करने के लिए हम एक मोबाइल ऐप और एक टोल फ्री नंबर शुरु करने जा रहे हैं। केन्द्र के दिशा-निर्देशों के तहत मंदिर सोमवार से सुबह आठ बजे से शाम छह बजे के बीच फिर से खोला जायेगा।’’
उन्होंने बताया कि कल दोपहर से मंदिर में प्रवेश की अनुमति प्राप्त की जा सकेगी। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि हालांकि श्रद्धालुओं को भस्मारती अथवा मंदिर के गंर्भगृह में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी। इसके साथ ही किसी को भी मूर्तियों को छूने, अमृत या प्रसाद वितरण की अनुमति भी नहीं दी जायेगी।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने हेतु मंदिर परिसर में सभी सुरक्षा उपायों का पालन किया जायेगा। मालूम हो कि देश-विदेश से लाखों भक्त हर साल भगवान शिव के महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए उज्जैन आते हैं। रावत ने बताया कि सावन महीने के रविवार और सोमवार के दिन भक्तों की संख्या एक लाख तक हो जाती है। मंदिर में भस्मारती के वक्त दर्शन 16 मार्च से बंद हैं तथा इतिहास में पहली दफा मंदिर प्रबंधन समिति ने मंदिर में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर भी रोक लगाई थी।