भोपाल: मध्यप्रदेश के बाढ़ प्रभावित ग्वालियर और चंबल संभाग में बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। प्रदेश सरकार के अधिकारियों ने शनिवार को यहां यह जानकारी दी। अधिकारियों ने कहा कि बाढ़ की स्थिति में धीरे धीरे सुधार हो रहा है और फिलहाल इस इलाके में जान को खतरा उत्पन्न करने वाली स्थिति नहीं है। बाढ़ ग्रस्त इलाके में राहत और बचाव कार्य जारी हैं। राजस्व सचिव ज्ञानेश्वर पाटिल ने कहा, ‘‘ प्रदेश के बाढ़ प्रभावित इलाकों में बारिश संबंधित घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। ये मौतें एक से सात अगस्त के दौरान हुई हैं।’’
शुक्रवार तक अधिकारियों ने मृतकों की संख्या 12 बताई थी। इस सप्ताह की शुरुआत में मध्य प्रदेश के उत्तरी हिस्से में भारी बारिश के बाद बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई थी। बाढ़ से 1,250 से अधिक गांव प्रभावित हुए थे। रविवार से हो रही बारिश से ग्वालियर, शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, अशोक नगर, गुना, भिंड और मुरैना जिले प्रभावित हुए हैं। हालांकि बृहस्पतिवार से ग्वालियर और चंबल दोनों संभागों में बारिश की तीव्रता कम होने लगी। संभाग आयुक्त आशीष सक्सेना ने कहा, ‘‘ ग्वालियर और चंबल संभागों में बाढ़ के कारण जान को खतरे जैसी अब कोई स्थिति नहीं है।’’
इससे पहले दिन में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत अन्न उत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य के बाढ़ प्रभावित हिस्सों से 8,832 लोगों को बचाया गया है जबकि 29,280 अन्य को इन इलाकों से सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है। सक्सेना ने कहा कि ग्वालियर संभाग के अशोक नगर जिले के बाढ़ ग्रस्त इलाकों में फंसे करीब 50 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और भारतीय वायु सेना के दल बचाव अभियान के लिए अशोक नगर पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि सेना की टुकड़ी भी प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचने वाली है। अधिकारी ने कहा, ‘‘ प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान लगभग पूरा हो चुका है और अब राहत कार्य तेजी से किया जा रहा है।’’
इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के भोपाल केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पी के साहा ने कहा कि ग्वालियर संभाग के अशोक नगर और गुना जिलों में शनिवार को सुबह 8.30 बजे समाप्त हुए 24 घंटों में क्रमश: 32 मिमी और 164.1 मिमी बारिश हुई है। उन्होंने कहा कि पूर्वी मध्यप्रदेश के उत्तरी हिस्से और इसके आसपास के इलाकों में अब कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। शुक्रवार को यह उत्तरी मध्य प्रदेश के मध्य भाग और इसके आसपास के इलाके पर था।’’ मुख्यमंत्री ने शनिवार सुबह ट्वीट करके कहा कि प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र से लगभग 40 लोगों को बचाया गया। उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने आज सुबह गुना, अशोक नगर और विदिशा जिलों में बाढ़ की स्थिति और वहां चल रहे बचाव कार्यों का जायजा लिया।’’
चौहान ने ट्वीट किया, ‘‘ भारतीय वायुसेना का बचाव अभियान आज सुबह फिर से शुरु हुआ। गांवों में फंसे लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के दल भी काम कर रहे हैं।’’ उन्होंने कहा कि शनिवार सुबह बाढ़ प्रभावित अशोक नगर जिले के बरारी और सिरसोरा गांव से हेलीकॉप्टरों से 15-15 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। इसी जिले के वसुनिया घाट गांव से छह लोगों को बचाकर सुरक्षित स्थान पर लाया गया है। चौहान ने कहा कि गुना जिले के सोंधा गांव में फंसे लोग सुरक्षित हैं और वहां राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के जवान पहुंच गए हैं। उन्होंने कहा कि सोंधा में बचाव कार्य के लिए ग्वालियर से हेलीकॉप्टर भी भेजा जा रहा है, वहीं विदिशा जिले के रीनिया गांव में पेड़ पर कल रात से बैठे छह लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। इस बीच, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शनिवार बाढ़ग्रस्त इलाकों का दौरा करके प्रभावित लोगों से मुलाकात की।