भोपाल: अक्सर विवादों के चलते सुर्खियों में रहने वाले मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री एक बार फिर सुर्खियों में है इस बार सुर्खियों में रहने की वजह अपने ही कार्यकर्ता को लात मारकर और फिर उसे कमरे से बाहर कर देना है। घटना का वीडियो वायरल हो जाने के बाद कांग्रेस में गुटबाजी एक बार फिर से सामने आई है। दरअसल रीवा के राज निवास सर्किट हाउस में उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ताओं की आपसी गुटबाजी दिखाई दी। पटवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के पहले कार्यकर्ताओं को कमरे से बाहर जाने को कहा।
जीतू पटवारी ने कहा जब तक कॉन्फ्रेंस चलेगी तब तक कोई भी अंदर बाहर नहीं आएगा इसी बीच कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने दरवाजा पीट कर अंदर आने की कोशिश की जिसके बाद मऊगंज के पूर्व जनपद अध्यक्ष गेट पर खड़े टीआरएस कॉलेज के जन भागीदारी अध्यक्ष से भीड़ गए।
उन्होंने चिल्लाते हुए कहा कि किसी एक व्यक्ति की मनमानी नहीं चलेगी जिसके बाद मंत्री ने पूर्व जनपद अध्यक्ष को बुलाकर बिठाया फिर भी हंगामा शांत नहीं हुआ जिसके बाद पटवारी खुद गेट पर पहुंचे और सभी कार्यकर्ताओं को बाहर जाने के लिए कहा। इसी बीच धर्मेश नाम के एक कार्यकर्ता ने पत्रकारों से कहा सुनी शुरू कर दी जिसके बाद मंत्री ने पहले उसके पैर पर एक लात मारी और पकड़कर पीट पर घुसे मारते हुए उसे बाहर कर दिया।
ऐसे ही कई कार्यकर्ताओं को भी धक्का देते हुए जीतू पटवारी ने कमरे से बाहर किया। मंत्री के लात जूता करते हुए वीडियो के वायरल होने के बाद भाजपा समेत तमाम लोगों ने मंत्री के कार्यकलाप को गलत बताते हुए तंज कसना शुरू कर दिया।
मध्यप्रदेश के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने ट्वीट कर लिखा शांति अनुशासन और कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहित करने वाली कांग्रेस पार्टी का एक नजारा। वहीं, भाजपा विधायक विश्वास सारंग ने इंडिया टीवी से कहा कि दरअसल गुटबाजी कांग्रेस की अखंड परंपरा है और कार्यकर्ताओं का अपमान कांग्रेस की संस्कृति है।