भोपाल: मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने मंगलवार को कमलनाथ सरकार को सदन में बहुमत साबित करने के लिए नए सिरे से निर्देश दिया है। लालजी टंडन ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को लिखे अपने पत्र में कहा कि मेरा आपसे निवेदन है कि संवैधानिक एवं लोकतंत्रीय मान्यताओं का सम्मान करते हुए कल 17 मार्च तक मध्य प्रदेश विधान सभा में फ्लोर टेस्ट करवाएं तथा अपना बहुमत सिद्ध करें, अन्यथा यह मान लिया जाएगा कि वास्तव में आपको विधान सभा में बहुमत प्राप्त नहीं है।
राज्यपाल ने कमलनाथ को अपने पत्र में कहा कि मैंने आपसे 16 मार्च को विश्वास मत प्राप्त करने के लिए निवेदन किया था। आज विधान सभा का सत्र प्रारंभ हुआ, मैंने अपना अभिभाषण पढ़ा, परन्तु आपके द्वारा सदन का विश्वास मत प्राप्त करने की कार्यवाही प्रारंभ नहीं की और इस संबंध में कोई प्रयास नहीं किया गया। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले पर कहा कि "कमलनाथ की सरकार अल्पमत की है। उन्होंने कहा, "भाजपा विधायक राज्यपाल के सामने उपस्थित हुए हैं। कांग्रेस बहुमत साबित करने से भाग रही है। राज्यपाल ने आश्वस्त किया है कि विधायकों के संवैधानिक हितों की रक्षा करेंगे।"
क्या है मध्य प्रदेश विधानसभा का गणित
मध्य प्रदेश विधानसभा मे कुल 230 सीटें हैं। 2 विधायकों के निधन के बाद मौजूदा विधायकों की संख्या 228 है। स्पीकर ने कांग्रेस के 6 बागियों के इस्तीफे मंजूर कर लिए हैं जिसके बाद सदन की वास्तविक संख्या 222 ही रह गई है। ऐसे में बहुमत के लिए 112 वोट चाहिए और बागियों की संख्या निकाल दी जाए तो कांग्रेस के पास अभी 92 विधायक हैं वहीं बीजेपी के पास 107 विधायक हैं। इनके अलावा 4 निर्दलीय विधायक, 2 समाजवादी पार्टी के विधायक और एक बीएसपी की विधायक है। ऐसे में सूबे में बाजी सिंधिया समर्थकों के हाथों में है।