लखनऊ: देश के प्रमुख मुस्लिम संगठनों ने मुल्क के मुसलमानों से बकरीद के मौके पर गाय या बैल की कुर्बानी क़तई ना करने की अपील करते हुए कहा है कि मजहबी काम की आड़ में किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना इस्लाम के खिलाफ है। ऑल इण्डिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना राबे हसनी नदवी, जमात-ए-इस्लामी के अध्यक्ष मौलाना जलालुद्दीन उमरी और इस्लामिक सेंटर ऑफ इण्डिया के अध्यक्ष मौलाना खालिद रशीद ने मुसलमानों से अपील की है कि हर साल की तरह इस साल भी बकरीद के मौके पर गोकशी से परहेज करें।
मौलाना रशीद ने बताया कि अपील में मुसलमानों से खासतौर पर ताकीद की गई है कि वे गलियों में या सड़कों पर अथवा सार्वजनिक स्थानों पर कुर्बानी बिल्कुल ना करें, ताकि आम लोगों को दिक्कत ना हो। अपने घरों, बूचड़खानों या बड़े मदरसों में ही कुर्बानी की जाए। कुर्बानी करते हुए फोटो ना खींची जाए और ना ही वायरल की जाए।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की मुस्लिम शाखा कहे जाने वाले मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संयोजक मोहम्मद अफजाल ने भी मुसलमानों से अपील करते हुए कहा कि हम हिन्दुस्तानी मुस्लिम हैं। रसूल अल्लाह मुहम्मद साहब ने कहा है कि अपने पड़ोसी का ख्याल रखो। हमारे पड़ोसी हिन्दू हैं और वे गाय की पूजा करते हैं, लिहाजा हमें उनके दिल को ठेस नहीं पहुंचानी चाहिए। इस बार भी बकरीद पर गाय की कुर्बानी ना करें। देश में मांस कारोबारियों के सबसे बड़े संगठन ऑल इण्डिया जमीयत-उल-कुरैश ने भी मुसलमानों से बकरीद पर गोकशी बिल्कुल भी ना करने की अपील की है।
संगठन के अध्यक्ष सिराज उद्दीन कुरैशी ने बताया कि हम हिन्दुस्तान में रह रहे हैं। यहां कई चीजों से बहुसंख्यक लोगों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं। हमें गैर मुस्लिम लोग इज्जत देते हैं तो हमें भी उनके जज्बात का एहतराम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोई जरूरी नहीं है कि बकरीद में गाय की ही कुर्बानी की जाए। अल्लाह ने बकरे समेत अन्य हलाल जानवरों पर भी कुर्बानी जायज मानी है। अल्लाह कुर्बानी के वक्त जानवर को नहीं बल्कि कुर्बानी देने वाले शख्स की सिर्फ नीयत देखता है।
कुरैशी ने बताया कि अहमदाबाद में पिछले महीने हुए संगठन के अधिवेशन में भी कुरैशी समाज से गोकशी से परहेज करने की अपील की थी। उम्मीद है कि इस बकरीद में इस अपील का पूरा असर होगा। ऑल इण्डिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि शिया समाज तो हमेशा से बकरीद में गाय की कुर्बानी से परहेज करता है। बाकी मुसलमानों से भी अपील है कि वे भी ईद-उल-अजहा के मौके पर गोकशी ना करें।