नयी दिल्ली: रेलवे की सहायक कंपनी आईआरसीटीसी द्वारा संचालित पहली रेलगाड़ी लखनऊ- दिल्ली तेजस एक्सप्रेस का परिचालन चार अक्टूबर से शुरू होगा। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि इस मार्ग पर विमानों के किराये की तुलना में रेलगाड़ी का किराया 50 फीसदी कम होगा। ट्रेन मंगलवार को छोड़कर सप्ताह में छह दिन चलेगी। इसका ठहराव गाजियाबाद और कानपुर में होगा।
आईआरसीटीसी द्वारा चलाई जाने वाली दूसरी ट्रेन मुंबई सेंट्रल- अहमदाबाद तेजस एक्सप्रेस पर निर्णय अभी नहीं हुआ है। रेलवे की पर्यटन एवं खान-पान कंपनी को दोनों रेलगाड़ियों को पायलट प्रोजेक्ट के तहत तीन वर्षों के लिए सौंपा गया है। आईआरसीटीसी द्वारा तैयार ब्लूप्रिंट के मुताबिक इन रेलगाड़ियों में कोई छूट, विशेष सुविधा या ड्यूटी पास मुहैया नहीं कराया जाएगा। रेलवे ने कहा कि आईआरसीटीसी की रेलगाड़ियों में रेलवे के कर्मचारी टिकट जांच नहीं करेंगे।
सूत्रों ने बताया कि रेलगाड़ियों का नंबर अलग हटकर होगा और रेलवे के कर्मचारी जैसे लोको पायलट, गार्ड और स्टेशन मास्टर इसका संचालन करेंगे। इन दोनों रेलगाड़ियों की सेवाएं शताब्दी एक्सप्रेस रेलगाड़ियों की तरह होंगी और उन्हें उसी तरह प्राथमिकता मिलेगी। विश्वस्तरीय यात्री सेवा मुहैया कराने के लिए रेलवे ने 100 दिनों की योजना बनाई है जिसके तहत निजी ट्रेन संचालकों को लाया जा रहा है। सूत्रों ने कहा कि इस लक्ष्य की तरफ पहला कदम दो तेजस रेलगाड़ियों को आईआरसीटीसी को सौंपना है।