लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मार्च में तेजाब हमले का शिकार हुई गैंगरेप पीड़ित महिला को हर समय सुरक्षा दिए जाने का वचन दिया था। महिला पर रविवार को फिर तेजाब से हमला किया गया। वह फिर से अस्पताल में भर्ती है। उस पर नौ साल में पांचवीं बार हमला हुआ है। अलीगंज इलाके में अपने हॉस्टल में महिला नल से पानी लेने जा रही थी, उसी समय अज्ञात बदमाशों ने उस पर तेजाब फेंक दिया। इस हमले में पीड़िता के चेहरे का दाहिना हिस्सा व कंधा जल गया है।
पुलिस महानिरीक्षक जय नारायण सिंह ने बताया कि पीड़ित महिला के चिल्लाने की आवाज सुनकर हॉस्टल में रहने वाले लोग उसे बचाने पहुंचे। उन्होंने बदमाशों को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह तब तक भाग चुके थे। हॉस्टल की चारदीवारी छह फीट ऊंची है।
महिला (45) को लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल विश्वविद्यालय के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। यहां एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि उसकी हालत गंभीर है और वह बयान देने की स्थिति में नहीं है। पुलिस ने कहा कि गैंगरेप पीड़ित महिला पर 9 साल में यह पांचवां हमला है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अभय कुमार ने मीडिया से कहा, वह ट्रॉमा सेंटर में है और बात कर पाने की स्थिति में नहीं है। उन्होंने कहा, जांच शुरू हो चुकी है। घटना के बारे में परिवार को सूचित कर दिया गया है, लेकिन परिवार ने अभी तक एफआईआर दर्ज नहीं कराई है। घटना के कई घंटों बाद भी अभी तक पुलिस ने कोई गिरफ्तारी नहीं की है। संदेह के आधार पर भोंदू सिंह व गुड्डू को हिरासत में लिया गया, लेकिन उन दोनों का कहना है कि घटना के समय वे रायबरेली में थे।
साल 2008 में संपत्ति विवाद को लेकर महिला (45) के साथ पहली बार सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। साल 2012 में महिला पर कुछ लोगों ने चाकू से हमला किया। साल 2013 में फिर से महिला पर तेजाब फेंका गया। बीते साल दिसंबर में कुछ लोगों ने महिला व उसकी पुत्री से दुष्कर्म की धमकी दी थी। इस साल 23 मार्च को उसे गंगा गोमती एक्सप्रेस ट्रेन में तेजाब पीने को मजबूर किया गया।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उससे अस्पताल में जाकर मुलाकात की थी और उसे सुरक्षा मुहैया कराने का भरोसा दिया था। लेकिन महिला की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। महिला पर हाल में हुई घटना की चौतरफा कड़ी निंदा की जा रही है। विरोधी दल इस हमले को लेकर आदित्यनाथ सरकार पर राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगा रहे हैं।
पीड़िता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के लोकसभा क्षेत्र रायबरेली की रहने वाली है। वह लखनऊ में तेजाब पीड़ितों द्वारा चलाए जा रहे एक कैफे में काम करती है और अलीगंज मोहल्ले स्थित हॉस्टल में रहती है।