तिरुपति: कोविड-19 महामारी के चलते 80 दिन से अधिक के लॉकडाउन के बाद तिरुमला में पहाड़ी पर स्थित भगवान वेंकटेश्वर का प्रसिद्ध मंदिर 11 जून को फिर से खुल गया और मंदिर के खुलने के पहले दिन मंदिर की पवित्र हुंडी में श्रद्धालुओं से 43 लाख रुपये का चढ़ावा आया। यह जानकारी मंदिर के एक अधिकारी ने दी। अधिकारी ने बताया कि बृहस्पतिवार को मंदिर के फिर से खुलने पर मात्र सात हजार श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी गई और कोविड-19 महामारी को ध्यान में रखते हुए यह सीमा भविष्य में भी जारी रहेगी।
अधिकारी ने पीटीआई से कहा कि हुंडी को शुक्रवार को खोला गया और उसमें 11 जून को श्रद्धालुओं के चढ़ावे को निकाला गया। अधिकारी ने बताया कि हुंडी से सोना और चांदी के चढ़ावे के अलावा 43 लाख रुपये नकद भी निकले। उन्होंने कहा कि इस बीच दिन के दौरान पूजा के लिए प्रवेश के वास्ते लिये गए 300 रुपये के प्रवेश टिकट से करीब नौ लाख रुपये प्राप्त हुए। ये टिकट श्रद्धालुओं द्वारा पूरे देश से आनलाइन लिये गए। ये टिकट अधिकतर आंध्र प्रदेश से लिये गए थे।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन से पहले हुंडी से प्रतिदिन 2.5 करोड़ से 3.5 करोड़ रुपये निकलते थे। टीटीडी बोर्ड ने गत फरवरी में अपनी विशेष बैठक में मंदिर बजट प्रस्तावों को मंजूरी दी थी जो कि वर्तमान वित्तीय वर्ष के लिए करीब 3310 करोड़ रुपये के थे। इसमें से 1351 करोड़ रुपये श्रद्धालुओं के चढ़ावे से मिलने का अनुमान जताया गया था। अधिकारी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते उत्पन्न अभूतपूर्व स्थिति के चलते मंदिर को 500 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।