नई दिल्ली: मराठी भाषा के अखबार लोकमत ने गुरुवार को दिल्ली में नेशनल कॉन्क्लेव का आयोजन किया। इस मौके पर आठ नेताओं को बेहतरीन सांसद का अवॉर्ड भी दिया गया। खास बात ये है कि जिन नेताओं को सम्मान दिया गया उसमें चार पुरूष और चार महिला सांसद थीं। लोकमत ग्रुप की ओर से आयोजित इस अवॉर्ड फंक्शन में सांसदों को उप-राष्ट्रपति वेकेंया नायडू की ओर से सम्मानित किया गया। लोकमत संसदीय पुरस्कार का यह दूसरा वर्ष है।
लोकतंत्र की मजबूती में अहम योगदान देने वाले जिन दिग्गजों को सम्मानित किया गया उनमें सबसे पहला नाम था बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी का है। इसके बाद नाम आया एनसीपी चीफ शरद पवार। इन दोनों को बेस्ट सांसद का लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड दिया गया। इनके अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाब नबी आज़ाद और बीजेपी के तेजतर्रार सांसद निशिकांत दुबे को भी बेहतरीन सांसद का अवॉर्ड दिया गया।
महिला सांसदों की बात करें तो बीजेपी की लोकसभा सांसद श्रीमती रमा देवी और डीएमके की राज्यसभा सांसद कनिमोझी को बेस्ट सांसद चुना गया। हेमा मालिनी और छाया वर्मा को लोकसभा और राज्यसभा का बेस्ट डेब्यू सांसद चुना गया। हालांकि ये दोनों किसी वजह से समारोह में नहीं आ सकी।
अवॉर्ड्स के लिए चुने गए सभी सासंदों के चयन का जिम्मा निर्णायक मंडल को सौंपा गया था। बता दें कि ज्यूरी में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला, तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत राय, लोकसभा के पूर्व महासचिव डॉ. सुभाष कश्यप, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल, वरिष्ठ पत्रकार व पूर्व सांसद एच.के. दुआ, भाकपा नेता व सांसद डी. राजा, इंडिया टीवी के चेयरमैन व एडिटर इन चीफ रजत शर्मा तथा लोकमत एडिटोरियल बोर्ड के चेयरमैन व पूर्व सांसद विजय दर्डा शामिल थे।
तीन दिन पहले ही पांच राज्यों के चुनाव नतीजे आए थे, ऐसे में यहां इस पर चर्चा हुई। इंडिया टीवी के चेयरमैन व एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस से पूछा कि क्या अहंकार तो बीजेपी की हार की वजह नही था जैसा उसके सहयोगी भी आरोप लगा रहे हैं। लोकमत की इस नेशनल कॉन्क्लेव में सभी दलों के नेता शामिल हुए और यहां हुई चर्चा में सबने माना कि विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद लोकसभा चुनाव की जबरदस्त जंग होने वाली है।