नई दिल्ली। लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंसे लोगों को निकालने के लिए केंद्र सरकार ने ट्रेन से ले जाने की इजाजत दे दी है। गृह मंत्रालय की सह सचिव पुण्या सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि MHA ने आज फंसे हुए छात्रों, प्रवासी श्रमिकों, पर्यटकों, तीर्थयात्रियों आदि को रेल के माध्यम से आवाजाही की अनुमति दी है।
उन्होंने कहा कि राज्य और रेलवे बोर्ड मिलकर इससे संबंधित व्यवस्था करेंगे। इससे पहले उन्होंने बताया कि एमएचए ने सभी राज्यों को दोबारा से कहा है कि ट्रकों और माल वाहक वाहनों के यातायात के लिए कोई अलग पास की आवश्यकता नहीं है, जिसमें खाली ट्रक आदि शामिल हैं।
श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाएगा रेलवे
रेलवे की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार, गृह मंत्रालय द्वारा जारी की गई गाइडलाइंस के बाद भारतीय रेल ने प्रवासी मजदूरों, तीर्थ यात्रियों, छात्रों और अन्य लोगों को लेबर डे के दिन से श्रमिक स्पेशल ट्रेन चालने का फैसला किया है।
इन विशेष ट्रेनों को ऐसे फंसे हुए व्यक्तियों को भेजने और प्राप्त करने के लिए मानक प्रोटोकॉल के अनुसार संबंधित राज्य सरकारों के अनुरोध पर एक जगह से दूसरी जगह तक चलाया जाएगा। रेलवे और राज्य सरकारें इन "श्रमिक स्पेशल" के समन्वय और सुचारू संचालन के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त करेंगी।
यात्रियों को भेजने वाले राज्यों द्वारा जांच की जाएगी है और केवल उन्हीं लोगों को यात्रा की अनुमति दी जाएगी जिनमें कोई संक्रमण का लक्षण नहीं है। जिन लोगों को भेजा जाना है, उन्हें बैच में लाना होगा, इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य सावधानियों का पालन करते हुए स्वच्छ बसों में नामित रेलवे स्टेशन तक लाना होगा। प्रत्येक यात्री को फेस मास्क लगाना अनिवार्य होगा। मूल स्टेशन पर भेजने वाले राज्यों द्वारा यात्रियों को भोजन और पीने का पानी उपलब्ध कराया जाएगा।