कोरोना वायरस के कारण झारखंड में भी लॉक डाउन करने का फैसला लिया गया है। लॉकडाउन के बाद लोगों को घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होगी। इस दौरान सबको घर में ही रहना होगा। जनता को घर से बाहर निकलने पर रोक होगी। हालांकि आप अपने जरूरी काम के लिए बाहर निकल सकते हैं। लेकिन दूसरे लोगों से मिलना जुलना, सामाजिक व्यवहार, सैर सपाटा, खाना पीना, दफ्तर इत्यादि सब पर रोक है। इस दौरान सभी प्राइवेट और कॉन्ट्रेक्ट वाले दफ्तर बंद रहते हैं। सरकारी दफ्तर जो जरूरी श्रेणी में नहीं आते, वो भी बंद रहते हैं।
इससे पहले झारखंड के स्वास्थ्य सचिव ने इसके लिए सभी उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया था। स्वास्थ्य चिकित्सा एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव नितिन मदन कुलकर्णी ने सभी उपायुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को पत्र लिखकर निर्देश देते हुए कहा था, "आशंका जताई गई कि रात नौ बजे के बाद लोग सड़कों पर निकल सकते हैं और कार्यक्रम कर सकते हैं। ऐसे में जनता कर्फ्यू का मकसद अधूरा रह जाएगा। यही कारण है कि जनता कर्फ्यू को रविवार की रात में भी बरकरार रखने का निर्देश दिया गया है।"
कोरोना वायरस को हराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर रविवार को झारखंड में जनता कर्फ्यू को लोगों ने पूरा समर्थन दिया। लोग घरों में रहे। सड़कें सुनसान रहीं। देश में कोरोना पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि 329 पॉजिटिव मामलों के साथ विदेशी नागरिकों सहित भारत में कोरोना वायरस के पुष्ट मामलों की संख्या रविवार को 360 तक पहुंच गई। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि 6.30 बजे तक प्राप्त जानकारी के अनुसार 319 भारतीय और 41 विदेशी नागरिक शामिल इस वायरस की चपेट में हैं।