नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन की अवधि को 3 मई तक बढ़ा दिया गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने मंगलवार को देश के नाम संबोधन में लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा की है। हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में यह भी कहा है कि इस बार के लॉकडाउन में ज्यादा सख्ती दिखाई जाएगी और 20 अप्रैल तक देशभर में सभी राज्यों और सभी हॉटस्पॉट को बारीकी से परखा जाएगा।
हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने देश के नाम अपने संबोधन में यह भी कहा है कि जिन क्षेत्रों में लॉकडाउन का पूरा पालन होगा और वहां पर कोरोना वायरस पर कंट्रोल दिखेगा तो उन क्षेत्रों में लॉकडाउन में 20 अप्रैल के बाद कुछ ढील दी जा सकती है। हालांकि वह ढील शर्तों के साथ होगी।
देश के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने अगर संभलकर फैसले न लिए होते तो आज भारत की क्या स्थिति होती इसकी कल्पना करते ही रोंगटे खड़े हो जाते हैं। प्रधानमंंत्री मोदी ने कहा कि हमने जो रास्ता चुना है, आज की स्थिति में वहीं हमारे लिए सही है। सामाजिक दूरी और लॉकडाउन का बहुत बड़ा लाभ देश को मिला है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अगर सिर्फ आर्थिक दृष्टि से देखें तो लॉकडाउन का फैसला महंगा जरूर लगता है, बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है। लेकिन भारतवासियों की जिंदगी के आगे इसकी कोई तुलना नहीं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सीमित संसाधनों के बीच भारत जिस रास्ते पर चला है, उसकी चर्चा आज दुनियाभर में होना बहुत स्वाभाविक है। देश की राज्य सरकारों ने भी स्थानीय इकाइयों ने भी इसमें बहुत जिम्मेदारी के साथ काम किया है।