सूरत. महाराष्ट्र के बांद्रा में मंगलवार को बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर अफवाह फैलने के कारण सड़कों पर जमा हो गए। जिन्हें बहुत मश्किल में समझाकर वापस भेजा गया। बांद्रा के अलावा गुजरात के शहर सूरत से भी ऐसे ही खबर सामने आईं। सूरत में बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर सड़कों पर जमा हो गए। ये मजदूर स्थानीय प्रशासन से अपने गृह राज्य जाने देने की अनुमति की मांग कर रहे थे। हालांकि बाद में पुलिस के हस्तक्षेप के बाद ये लोग मान गए और सड़कें छोड़कर वापस चले गए।
सूरत के डीसीपी ने बताया कि सड़क पर जमा हुए ज्यादातर लोग प्रवासी मजदूर थे और ये सभी अपने घर जाना चाहते थे। हमने उन्हें समझाया कि लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है, इसलिए किसी भी वाहन की मूवमेंट संभव नहीं है। उन्होंने शिकायत की कि उन्हें खाना नहीं मिल रहा है। हमने एक एजेंसी को बुलाया जो खाना दे रही है। हमने लोगों से निवेदन किया है को वो खाना खाएं।
केजरीवाल ने की प्रवासियों से अपील
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शहर में रह रहे प्रवासी मजदूरों और लोगों से अपील की है कि वो किसी भी अफवाह पर भरोसा न करें। केजरीवाल ने कहा कि कुछ लोग अफवाह फैलाएंगे। उनकी बातों में न आएं। आपको कोई भी अब आपके गांव नहीं लेकर जा सकता। कुछ लोग आपसे कहेंगे कि डीटीसी बसें खड़ी हैं। कहीं भी कोई भी डीटीसी बस नहीं खड़ी है।