नई दिल्ली: दिल्ली में मार्च करने की कोशिश में लगे किसानों और केंद्र सरकार के बीच अब तक सहमति नहीं बन पाई है। अब से कुछ देर पहले केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत और यूपी सरकार के दो मंत्रियों ने किसानों से मुलाकात की थी और किसानों की मांग पर मोदी सरकार का पक्ष रखा था लेकिन किसानों को फिलहाल मोदी सरकार का फार्मूला मंजूर नहीं है। किसान धरने प्रदर्शन पर अड़े हुए हैं। इससे पहले किसानों का आंदोलन आज उग्र हो गया था। दिल्ली मार्च पर उतारू किसानों और पुलिस के बीच दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर भिड़ंत हुई है। आगे बढ़ने को उतारू किसानों को जब पुलिस ने रोका तो उन्होंने बैरिकेडिंग पर ट्रैक्टर चढ़ा दी जिसके बाद पुलिस ने पहले पानी की बौछार की फिर आंसू गैस के गोले दागे। इस दौरान पुलिस और किसानों में भिड़ंत हो गई। पुलिस ने किसानों को भगाने के लिए लाठीचार्ज भी किया। पुलिस ने किसानों के ट्रैक्टर की हवा निकाल दी और किसानों को पीछे खदेड़ दिया। एक प्रदर्शनकारी किसान ने कहा कि पुलिस की कार्रवाई में कई लोग घायल हो गए जिनमें एक प्रदर्शनकारी बेहोश हो गया। उन्होंने यह भी दावा किया कि प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिसकर्मियों ने 'लाठीचार्ज' भी किया। (Kisan Kranti Padyatra: उग्र हुआ किसान आंदोलन, देखिए आंदोलन में किसानों की उग्रता की 6 तस्वीरें)
किसान क्रांति यात्रा LIVE अपडेट्स
- हमने कल रात भारतीय किसान यूनियन के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा की। आज सुबह गृह मंत्री के आवास पर एक और बैठक हुई। अंत में, कुछ मुद्दों पर समझौते हुआ और उन्होंने हमें आश्वासन दिया कि वे आंदोलन को समाप्त कर देंगे: कृषि राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत
- सरकार ने किसानों के मुख्य मुद्दे सी2+50 पर अपना स्टैंड स्पष्ट नहीं किया। यही कारण है कि किसान असंतुष्ट हैं। उन्होंने कर्ज छूट के अन्य मुख्य मुद्दे पर भी अपना स्टैंड स्पष्ट नहीं किया। उन्होंने कहा कि वे विस्तार से चर्चा करेंगे: युधवीर सिंह, प्रवक्ता भारतीय किसान यूनियन
- हमने 11 पॉइंट्स पर चर्चा की थी। सरकार 7 पॉइंट्स पर सहमत हुई लेकिन अभी तक 4 पॉइंट्स पर सहमत नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें आगे की बैठक में इस बारे में सोचना होगा जिसके बाद वे हमें बताएंगे, क्योंकि यह एक वित्तीय मामला है: युधवीर सिंह, प्रवक्ता भारतीय किसान यूनियन
- केंद्र और यूपी में किसानों के हितैषी सरकार है। केंद्र सरकार ने किसानों के हित में बड़े फैसले लिए हैं। यूपी सरकार ने भी किसानों का कर्ज माफ किया और सरकार गन्ना किसानों का भुगतान तेजी से कर रही है। सरकार किसानों की हर मांग पर गंभीरता से विचार कर रही है: योगी आदित्यनाथ
- केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत और यूपी सरकार के दो मंत्रियों ने किसानों से मुलाकात की थी..और किसानों की मांग पर मोदी सरकार का पक्ष रखा था लेकिन किसानों को फिलहाल मोदी सरकार का फार्मूला मंजूर नहीं है।
- सरकार और किसानों में नहीं बनी बात, किसान नेताओं ने धरना जारी रखने का ऐलान किया।
- 10 साल से पुराने ट्रैक्टर पर रोक नहीं लगेगी, इसके लिए सरकार सुप्रीम कोर्ट जाएगी।
- दिल्लीः केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत और यूपी सरकार के मंत्री सुरेश राणा प्रदर्शन कर रहे किसानों से मिलने पहुंचे।
- गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने प्रदर्शनकारी किसानों के नेताओं से बात की है, उनकी मांगों पर चर्चा हुई। ज्यादातर मुद्दों पर सहमति बन गई है। किसान नेता, यूपी के मंत्री लक्ष्मी नारायण, सुरेश राणा और मैं किसानों से जाकर मिलेंगेः कृषि राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत
-सरकार के मंत्री किसानों के बीच पहुंचे। किसानों ने मंत्रियों का विरोध किया। वापस जाओ वापस जाओ के नारे लगे
-गजेंद्र शेखावत सुरेश राणा लक्ष्मीनारायण चौधरी किसान प्रतिनिधिमंडल के साथ किसानों के बीच जा रहे है। कई मांगों पर सहमति बनी है
-गृह मंत्री राजनाथ सिंह के घर चल रही किसान नेताओं की बैठक खत्म
-शांति से और बगैर किसी हथियार के राजधाट की तरफ जा रहे किसानों के साथ क्रूरता से व्यवहार किया गया, उनपर लाठीचार्ज हुआ, आंसू गैस के गोले दागे गए। हम इसकी निंदा करते हैं: जेडीयू नेता केसी त्यागी
-दिल्ली पुलिस कमिश्नर राजनाथ सिंह के घर पहुंचे। किसान आंदोलन के मद्देनजर कानून-व्यवस्था और दिल्ली पुलिस की तैयारियों पर ब्रीफ करेंगे
-किसान नेता राकेश टिकैट ने दावा किया कि उन्होंने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से बात की है। इंडिया टीवी से बातचीत में राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों से बातचीत के लिए राजनाथ सिंह आ सकते हैं
-आजादी के बाद से अब तक किसानों में इतना असंतोष नहीं देखा गया है। इससे एक बार फिर साबित होता है कि मोदी सरकार किसान विरोधी है: सीताराम येचुरी
-दिल्ली पुलिस ने किसानों को दिया प्रस्ताव, अगर किसान शांतिपूर्ण तरीके के चलेंगे तो दिल्ली पुलिस अपनी 25 बसों में किसानों के ले जाने के लिए तैयार: रविंदर यादव, जॉइंट सीपी
-दिल्ली पुलिस ने किसानों के एक दर्जन ट्रैक्टर किये पंचर, कई की बैटरियां भी निकाली
-महात्मा गांधी की जयंती पर मोदी सरकार ने दिखाया है कि यह भारत में स्वतंत्रता पूर्व ब्रिटिश सरकार से अलग नहीं है। तब की ब्रिटिश सरकार ने किसानों का शोषण किया और आज मोदी सरकार किसानों पर आंसू गैस के गोले फायर कर रही है: कांग्रेस नेत रणदीप सूरजेवाला
-किसानों ने पुलिस पर पथराव किया है। इसके जवाब में पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज कर दिया है। पुलिस और किसानों की झड़प तेज हो गई है
-यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा है कि इस सरकार ने किसानों से किए वादे पूरे नहीं किए हैं इसलिए किसान प्रदर्शन करने को मजबूर हैं
-पुलिस के द्वारा लगातार रोके जाने के बावजूद भी प्रदर्शन कर रहे किसान दिल्ली घुसने की कोशिश में हैं, पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया
-दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसानों का समर्थन किया है। केजरीवाल ने कहा कि व किसानों की मांगों और आंदोलन का समर्थन करते हैं। किसानों को दिल्ली में आने की इजाजत दी जानी चाहिए
-किसानों के दिल्ली कूच ने दिल्ली बॉर्डर पर हिंसक रूप लिया। किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए पुलिस लगातार बल प्रयोग कर रही है
-किसान नेता राकेश टिकैत ने शांति बनाने की अपील की। टिकैत ने कहा अभी सरकार से वार्ता चल रही है
-किसानों ने बैरिकेड्स तोड़े तो पुलिस ने उन्हें काबू करने के लिए लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया
-किसानों के प्रतिनिधिमंडल के साथ राजनाथ सिंह, गजेंद्र सिंह शेखावत की मीटिंग शुरु
-यूपी गेट पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को रोकने के लिए पुलिस कर रही है वॉटर कैनन का इस्तेमाल
-मांगों को लेकर भारतीय किसान यूनियन के झंडे के नीचे प्रदर्शन कर रहे किसानों ने सुरक्षाबलों का पहला घेरा तोड़ा
-किसानों की मांगः 60 साल की आयु के बाद पेंशन, पीएम फसल बीमा योजना में बदलाव, गन्ने की कीमतों का जल्द भुगतान, कर्जमाफी, सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली, किसान क्रेडिट कार्ड पर ब्याज मुक्त लोन, आवारा पशुओं से फसल का बचाव, सभी फसलों की पूरी तरह खरीद हो
-किसानों को रोकने के लिए पूरे यमुनापार में धारा-144 लगा दी गई है और यूपी से दिल्ली में प्रवेश करने के सभी रास्तों को बंद कर दिया गया है
-कर्जमाफी, गन्ना की कीमतों समेत कई अन्य मांगों को लेकर हजारों किसान दिल्ली बॉर्डर पर पहुंच चुके हैं
-हमलोगों को यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर क्यों रोका गया है? हमलोग अनुशासित तरीके से आगे बढ़ रहे थे। अगर हम अपनी समस्याएं सरकार को नहीं बताएं को क्या पाकिस्तान या बांग्लादेश जाकर बताएंः नरेश टिकैत
-किसान क्रांति पदयात्रा गाजियाबाद में दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर पहुंची, दिल्ली मार्च कर रहे हैं किसान
-किसानों ने डाबर चौक क्रॉस किया
-दिल्ली ग़ाज़ियाबाद बॉर्डर सील। पुलिस ने बेरिकेटिंग की। किसानों को दिल्ली में एंट्री नही दी जाएगी
-यूपी पुलिस और दिल्ली पुलिस ने दिल्ली की तरफ जाने के सभी रास्तो को सील किया
-दिल्ली पुलिस ने नार्थ ईस्ट और ईस्ट डिस्ट्रिक्ट में धारा 144 लगा रखी है। किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने की इजाजत नही है
-किसान क्रांति यात्रा के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों से बड़ी तादाद में गाजियाबाद पहुंचे किसानों को दिल्ली में एंट्री नहीं दी गई है
-दिल्ली आ रहे हज़ारों किसानों को यूपी गेट पर रोक दिया गया है।
-गाज़ीपुर और महाराजपुर बॉर्डर को सील कर दिया गया है। भारी तादाद में पुलिस की तैनाती की गई है।
कल जिलाधिकारी और एसएसपी ने करीब एक घंटे तक किसानों को समझाने की कोशिश की लेकिन किसान दिल्ली जाने पर अड़े रहे। देर रात प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के साथ किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली से वापस लौटकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हिंडन एयर फोर्स स्टेशन पर मुलाकात की। मुख्यमंत्री और प्रतिनिधिमंडल के बीच करीब दो घंटे चली वार्ता विफल रही और प्रतिनिधिमंडल के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की मांग पर अड़े रहे जिस पर मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्रियों से बातचीत की।
इसके बाद भाकियू का एक प्रतिनिधिमंडल गन्ना मंत्री सुरेश राणा के साथ दिल्ली के लिए रवाना हो गया। वहीं इस मामले पर जिलाधिकारी ऋतु माहेश्वरी का कहना है कि भाकियू का एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली के लिए रवाना हो गया है जहां वह केंद्रीय मंत्रियों के साथ वार्ता करेगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल जीटी रोड स्थित चार फार्म हाउसों में किसानों के रहने की व्यवस्था की गई है।
किसानों का ये हल्ला बोल है केंद्र सरकार के खिलाफ लेकिन इतना तय है कि जब किसानों का ये सैलाब गाजियाबाद के वसुंधरा से राजघाट पहुंचेगा और फिर संसद की तरफ बढ़ेगा तो दिल्ली पर ट्रैफिक जाम की मार पड़ेगी। भारतीय किसान युवा मोर्चा के नेता नरेश टिकैत के अनुसार अभी इस यात्रा में करीब 20 हजार किसान शामिल हैं जिनकी संख्या शाम तक 50 हजार हो जाएगी। ये किसान गांधी जयंती के मौके पर राजघाट पहुंचेंगे।
हालांकि दिल्ली पुलिस ने कह दिया है कि वह किसानों को दिल्ली में नहीं घुसने देगी। किसान अपने साथ बैल गाड़ियां, ट्रैक्टर व ट्रालियां लेकर आए हैं जिसके दिल्ली में प्रवेश करने से पूरी यातायात व्यवस्था चरमरा सकती है। इसी का हवाला देते हुए दिल्ली पुलिस ने किसानों को दिल्ली में न आने देने की बात कही है।