नई दिल्ली: बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली से उनके घर पर पीएम मोदी ने मुलाकात की। दोनों की मुलाकात करीब 20 मिनट से ज्यादा चली। खबरें हैं कि इस दौरान जेटली द्वारा पत्र लिखकर उन्हें केंद्र सरकार में फिलहाल कोई जिम्मेदारी न दिए जाने के अनुरोध पर चर्चा ही गई है। बता दें कि अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि उन्हें केंद्र सरकार में फिलहाल कोई जिम्मेदारी न दी जाए। जेटली ने इसके लिए अपनी खराब सेहत का हवाला दिया है।
उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा है कि वह कुछ समय के लिए अपनी सेहत और उपचार पर ध्यान देना चाहते हैं ऐसे में उन्हें नई सरकार में कोई जिम्मेदारी न दी जाए। उन्होंने पत्र में लिखा, 'पिछले 18 महीनों से मैं स्वास्थ्य संबंधी कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहा हूं। स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए मैं आग्रह करूंगा कि मुझे कोई और अतिरिक्त जिम्मेदारी न दी जाए।'
अरुण जेटली ने लिखा है कि पिछले 8 महीने से उन्हें सेहत से जुड़ी चुनौतियों से जूझना पड़ रहा है, कुछ समय के लिए मैं सरकारी जिम्मेदारियों से दूर रहना चाहता हूं ताकी अपने उपचार और सेहत पर ध्यान दे सकूं, मैं आपसे (प्रधानमंत्री मोदी) आग्रह करता हूं कि सेहत और उपचार का ध्यान रखने के लिए मुझे कुछ समय दिया जाए। जेटली ने अपने पत्र में पीएम मोदी का आभार जताते हुए लिखा कि उनके नेतृत्व में देश के विकास को नए रास्ते पर ले जाने का मौका मिला।
जेटली ने पत्र में लिखा, 'पार्टी में रहते हुए मुझे संगठन स्तर पर बड़ी जिम्मेदारी दी गई, एनडीए की पहली सरकार में मंत्री पद और विपक्ष में रहते हुए भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाने का मौका मिला। मैं इससे ज्यादा की कुछ और मांग भी नहीं कर सकता।' प्रधानमंत्री मोदी की पिछली सरकार में अरुण जटली ने वित्त मंत्रालय संभाला है, इसके अलावा कुछ समय के लिए रक्षा मंत्रालय भी देखा है, लेकिन कई बार उनकी सेहत खराब होने की वजह से उन्हें ईलाज के लिए विदेश जाना पड़ा है।
इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह किया है कि उन्हें उपचार के लिए कुछ समय दिया जाए ताकि वह अपनी सेहत का ध्यान रख सकें। आपको बता दें कि लोकसभा चुनावों में शानदार जीत के बाद नरेंद्र मोदी लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री पद के लिए शपथ लेने वाले हैं। प्रधानमंत्री का शपथग्रहण समारोह 30 मई की शाम को राष्ट्रपति भवन में होना है। इस समारोह में कई केंद्रीय मंत्रियों को भी शपथ लेनी है।