नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राजस्थान के बाड़मेर में हैं जहां वो देश की सबसे आधुनिक रिफाइनरी का शुभारंभ किया लेकिन इस शुभारंभ से पहले ही पीएम का ये कार्यक्रम राजनीतिक खींचतान की वजह से विवादों में आ गया है। पूरे विवाद में भाजपा और कांग्रेस आमने-सामने हैं। दावा किया जा रहा है कि लगभग 45 हजार करोड़ के इस प्रोजेक्ट से लाखों लोगों को नौकरी मिलेगी लेकिन पीएम के पहुंचने से पहले ही ये कार्यक्रम शिलान्यास और शुभारंभ की सियासत में फंस गया। दरअसल पूरा विवाद रिफाइनरी के शिलान्यास को लेकर है। 2013 में जब चुनाव आचार संहिता लगने वाली थी उससे ठीक पांच दिन पहले सोनिया गांधी को बुलवाकर कांग्रेस ने शिलान्यास का आयोजन करवाया था लेकिन आचार संहिता के बाद प्रोजेक्ट टल गया। वहीं विधानसभा चुनाव और उपचुनाव से ठीक पहले अब भाजपा शुभारंभ नाम से रिफाइनरी की शुरुआत करने वाली है।
LIVE अपडेट्स
- अगर गैस का चूल्हा चाहिए तो नेताओं को पीछे घूमना पड़ता था। हमने फैसला लिया कि गरीब माताओं-बहनों को गैस का कनेक्शन देकर लकड़ी के धुएं से मुक्ति दिलाएंगे
- आज प्रधानमंत्री जनधन योजना के तहत लगभग 32 करोड़ लोगों के बैंक का खाता खोल दिए गए
- गरीबों का सशक्तिकरण हमारी कोशिश है। बैंकों का राष्ट्रीयकरण हुआ लेकिन उनके लिए बैंक के दरवाजे नहीं खुले
- जब हमने हिसाब लगाया कि वन रैंक वन पेंशन के लिए कितना धन लगेगा। पता चला को मामला 12 हजार करोड़ रुपये से भी ज्यादा का था
- 15 सितंबर 2013 को मैंने रेवाड़ी में भूतपूर्व सैनिकों के सामने घोषणा की, यदि हमारी सरकार आएगी तो वन रैंंक वन पेंशन लागू होगा। फिर उन्होंने आनन फानन में अंतरिम बजट में 500 करोड़ का बजट लिख दिया
- 'वन रैंक वन पेंशन' के लिए पहले भी वादे किए गए थे, चुनाव से पहले इसे भुनाने का प्रयास हुआ था। यह उनकी आदत है
- मैं सुनता रहता था कि राजस्थान में कांग्रेस और अकाल जुड़वा भाई हैं। जहां कांग्रेस जाती है अकाल साथ-साथ जाता है
- तीन मूर्ति हाइफा चौक मेजर दलपत सिंह शेखावत की याद में बना है
- यह संकल्प से सिद्धि का समय है। हमें अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम पर फोकस करना चाहिए
- वीरों के त्याग और बलिदान को हर पीढ़ी ने मान सम्मान के साथ स्मरण करके नया इतिहास बनाने की प्रेरणा ली है
- पीएम का कांग्रेस पर निशाना, कहा, 'पत्थर लगाने से काम शुरू नहीं होता'
- पचपदरा रिफाइनरी से रोजाना 1.75 लाख बैरल तेल उत्पादन होगा
- पचपदरा रिफाइनरी से रोजाना 200 कुओं से तेल निकाला जाएगा
- सालाना 90 लाख टन कच्चा तेल रिफाइन करने की क्षमता
- 25 लाख टन कच्चा तेल बाड़मेर से निकाला जाएगा
- बाकी 65 लाख टन कच्चा तेल गुजरात से आएगा
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के बाड़मेर में ऑइल रिफाइनरी प्रॉजेक्ट का उद्घाटन किया
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सोमवार को पचपदरा पहुंचीं और केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान के साथ समारोह स्थल पर बनाए गए मंच, पंडाल, प्रदर्शनी स्थल सहित अन्य सभी व्यवस्थाओं का अवलोकन किया। तैयारियों पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने अधिकारियों से मंगलवार को होने वाले समारोह के लिए सुरक्षा सहित अन्य सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रखने के लिए निर्देश दिए।
विशेषज्ञ बताते हैं कि बाड़मेर की धरती में करीब 4 अरब बैरल तेल का खजाना है। पचपदरा रिफाइनरी से रोज 200 कुओं से करीब 1.75 लाख बैरल तेल उत्पादन किया जाएगा। पहले बाड़मेर का कच्चा तेल रिफाइन होने के लिए गुजरात जाता था। रिफाइनरी का निर्माण एचपीसीएल और राजस्थान सरकार करवा रही है। रिफाइनरी से करीब एक लाख लोगों को रोजगार मिलने का अनुमान है। प्रोजेक्ट कांग्रेस राज में शुरु हुआ था जिसे बाद में भाजपा ने बदल दिया और नए सिरे से डील की गई। भाजपा का दावा है कि हजारों करोड़ों की बचत हुई है लेकिन कांग्रेस कह रही है बाड़मेर के जरिए वोट बटोरने की कोशिश है।