जूनागढ़: आज का वायरल का एक संत और शेर के ऐसे दावे पर है..जिसके बारे में जानकर आपको भरोसा नहीं होगा। सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है कि एक बब्बर शेर रामकथा सुनने के लिए संत के पास बैठ गया। उसने किसी को कुछ नहीं किया और चुपचाप संत का प्रवचन सुनता रहा। लोग दावा कर रहे हैं कि ये वाकया मशहूर कथा वाचक संत मोरारी बापू के साथ हुआ..वो रामकथा सुना रहे थे और बगल में एक शेर चुपचाप बैठा सुन रहा था।
मोरारी बापू के सामने शेर बना पालतू?
सोशल मीडिया पर एक शेर के राम कथा सुनने के जो भी दावे किए जा रहे है उसे साबित करने के लिए इंटरनेट पर कई तस्वीरें भी वायरल हो रही हैं जिसमें मोरारी बापू हैं और उनसे चंद कदमों में दूरी पर एक शेर मौजूद है। कहा जा रहा है कि वो तस्वीरें गुजरात के जूनागढ़ की है..गिरनार के उस जंगल की जिसे बब्बर शेरों का घर कहा जाता है।
सोशल मीडिया पर मोरारी बापू की शेर के साथ वाली तस्वीरें से वायरल हो रही हैं..दावा किया जा रहा है कि रामकथा सुनकर शेर भी रामभक्त बन गया। अखबार से लेकर सोशल मीडिया तक में ये तस्वीरें सर्कुलेट हो रही हैं। इन्हीं तस्वीरों के बाद सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह के दावे और कॉमेंट्स कर रहे हैं..कोई इस शेर को रामभक्त बता रहा है..तो कोई संत मोरारी बापू का चमत्कार कह रहा है।
एक बब्बर शेर के रामकथा सुनने का सच क्या है ?
मोरारी बापू और शेर के रामकथा सुनने का दावा करने वाली इन तस्वीरों का ताल्लुक गुजरात के जूनागढ़ की गिर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी से जुडा था लिहाजा हमने वहीं से इस मामले का सच जानने की कोशिश शुरु की। जूनागढ़ में मौजूद हमारे चैनल इंडिया टीवी के संवाददाता ने सबसे पहले ये पता करने की कोशिश की कि मोरारी बापू जूनागढ़ में थें..क्या यहां उनका कोई कथा का प्रोग्राम था। जल्द ही हमें मालूम चल गया कि मोरारी बापू रामकथा वाचने के लिए जूनागढ़ में ही थें और यहां उनका प्रवचन चल रहा था।
क्या वाकई शेर राम नाम सुनने मोरारी बापू के पास आया ?
इसके बाद हमारे संवाददाता ने सीधे मोरारी बापू से ही संपर्क करने की कोशिश शुरु कर दी। थोड़ी कोशिश के बाद उनसे मुलाकात हुई तो उन्होंने ने भी माना कि वो अंदर गए थे और वहां शेर भी आया था। मोरारी बापू से बात करने के बाद उन दावों का सच सामने आ गया जो सोशल मीडिया पर किए जा रहे हैं। ये बात सही निकली कि मोरारी बापू गिर वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के अंदर गए थे। वहां पर शेर भी आया था लेकिन ये महज एक इत्तेफाक भर था कि जहां पर बैठे थे शेर उससे कुछ ही दूरी पर आकर बैठ गया..इस बात का चमत्कार से कोई वास्ता नहीं है।
हमारी पड़ताल के दौरान तस्वीर शीशे की तरह साफ हो गई कि शेर के साथ मोरारी बापू की जो तस्वीरें सोशल मीडिया में वायरल हो रही हैं उनके साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है। वो पूरी तरह से सही हैं लेकिन लोग जिस तरह के दावे कर रहे हैं वो सिवाए झूठ और अंधविश्वास से ज्यादा कुछ नहीं है। यानी तस्वीर सच है और मोरारी बापू के चमत्कार के दावे बेबुनियाद हैं।
देखिए वीडियो-