अब कभी पाकिस्तान नहीं जाऊंगा-
“एक दिन जब मैं अपनी बालकनी में बैठा था और अपनी पत्नी के बारे में सोच रहा था कि कैसे उसने अपनी पत्नी और बच्ची को खो दिया...मुझे मेरे सामने फटे हुए कपड़ों में मेरी बच्ची आती हुई दिखी। उसके फटे कपड़ों से मैं समझ गया कि उसके साथ क्या हुआ होगा। कुछ लोगों ने उसके साथ पांच दिन तक बलात्कार किया और कुछ अनैतिक काम भी किए जिसे मैं बयां भी नहीं कर सकता। इस घटना के बाद मैने पाकिस्तान छोड़ने का मन बना लिया और वीजा के लिए अप्लाई किया, लेकिन इसके लिए मुझे मना कर दिया गया। शायद पाकिस्तान और भारत की सरहद पर उपजे तनाव के कारण। हम मार्च महीने में सऊदी अरब चले गए और फिर अक्टूबर के महीने में हिंदुस्तान आ गए। मेरी बेटी खुद को संभाल नहीं पाई। यहां तक कि उसने दो बार खुदकुशी करने की कोशिश की। मैं उसके ठीक होने की दुआ करता हूं। मैं अब कभी भी पाकिस्तान जाने की उम्मीद नहीं रखूंगा।”
(यह पूरी खबर क्योरा डॉट कॉम पर छपी पीड़ित की आपबीती पर आधारित है)