नई टिहरी: उत्तराखंड के टिहरी जिले के दुरोगी गांव में पिछले 3 दिनों में 2 महिलाओं को मारने वाले आदमखोर तेंदुए को वन विभाग के शिकारियों ने मार गिराया। वन विभाग के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि जिले के दुरोगी और छाम गांवों में 3 दिन के भीतर 2 महिलाओं को मारने और सप्ताह भर पहले एक अन्य को घायल करके आतंक का पर्याय बन गए आदमखोर तेंदुए को वन विभाग के शिकारियों एस. चौहान और जहीर बक्श ने गोली से मार गिराया। वन रेंजर देवेंद्र सिंह पुंडीर ने बताया कि 50 वर्षीय गुंडरी देवी खेतों में काम कर रही थी, उसी दौरान पर तेंदुए ने उनपर हमला किया।
देवेंद्र सिंह पुंडीर ने बताया कि महिला का शव कुछ घंटों बाद एक खड्ड से बरामद हुआ। मृतका की गर्दन में गंभीर घाव थे। गांव में 3 दिन के भीतर तेंदुए के हमले की यह दूसरी घटना थी। पिछले शनिवार को भी तेंदुआ एक महिला को उसके आंगन से उठा ले गया था और बाद में उसका अधखाया शव खेतों से बरामद हुआ था। इससे पहले भी, एक अन्य महिला को घायल करने के अलावा तेंदुआ गांव वालों के मवेशियों को अपना निवाला बना चुका था। घायल महिला का इलाज चल रहा है। एक ग्रामीण ने बताया कि वन विभाग की एक टीम शनिवार से ही गांव में मौजूद थी, और अंतत मंगलवार को उसे मार गिराया गया।
टिहरी जिले के ही हिंडोलाखाल क्षेत्र के एक गांव में तेंदुए ने हमला कर एक युवती को घायल कर दिया थे। वन रेंजर देवेंद्र पुंडीर ने बताया था कि 21 वर्षीय रीना देवी खेतों में काम करने के बाद गुरुवार देर शाम अन्य महिलाओं के साथ घर लौट रही थीं, तभी रास्ते में झाड़ियों मे घात लगाए बैठे तेंदुए ने उन पर हमला कर दिया। हालांकि, रीना के साथ चल रही महिलाओं के शोर मचाने पर तेंदुआ जंगल में भाग गया। पुंडीर ने बताया कि तेंदुए के हमले में लहुलुहान रीना को हिंडोलाखाल में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें श्रीनगर बेस अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया।