उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में पुलिसकर्मियों पर पथराव में एक कान्स्टेबल की मौत होने पर पुलिस 32 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि शनिवार को प्रधानमंत्री की रैली से लौट रहे पुलिसकर्मियों पर पथराव हुआ था। जिसमें एक कॉन्स्टेबल की मौत हो गई जबकि दो पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। पुलिसकर्मियों पर पथराव की ये घटना नोनहरा थाने के कठवा मोड़ चौकी के पास हुई है।
पीएम की रैली में निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं पर पत्थरबाजी का आरोप लगा है। जानकारी के मुताबिक निषाद समाज के लोग आरक्षण की मांग को लेकर गाजीपुर जिले में जगह-जगह धरना-प्रदर्शन कर रहे थे। फिलहाल, पुलिस मामले की गहनता से जांच में जुटी है। सीएम योगी ने शनिवार को ही डीएम और एसएसपी को आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दे दिए थे।
पत्थरबाजी में मारे गए पुलिसकर्मी के परिवार के लिए यूपी सरकार ने 50 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है। मुकेश वत्स की पत्नी को 40 लाख रुपये और उनके माता-पिता को 10 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। यहीं नहीं मुकेश की पत्नी को असाधारण पेंशन और परिवार के एक सदस्य को मृतक आश्रित के तौर पर सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया गया है।
आपको बता दें कि शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजीपुर में महाराजा सुहेलदेव पर डाक टिकट जारी करने के साथ ही मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास भी किया। पीएम की इस रैली में हिस्सा लेने के लिए आसपास के जिलों से बड़ी तदाद में बीजेपी समर्थक आए थे। पीएम की रैली से लौटने के क्रम में गाजीपुर कठवा मोड़ के पास बीजेपी समर्थकों की गाड़ियों पर अचानक पथराव शुरू हो गया। पथराव का जवाब बीजेपी समर्थकों ने भी ईंट-पत्थर चलाकर दिया।