नई दिल्ली: दिल्ली-NCR में शनिवार की आधी रात के बाद से रुक-रुककर बारिश हुई। मौसम विभाग ने शनिवार की धुंध को देखते हुए ही तेज हवाओं और गरज के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई थी। सफदरजंग वेधशाला में 4.3 मिमी, पालम वेधशाला में 1.4 मिली और लोधी, आयानगर तथा रिज क्षेत्रों में क्रमश: चार मिमी, तीन मिमी और 3.4 मिमी बारिश दर्ज की गई।
बारिश से ठंड बढ़ी
मौसम विज्ञान विभाग के अधिकारी ने बताया कि न्यूनतम तापमान इस मौसम के औसत तापमान से एक डिग्री अधिक 8.6 दर्ज किया गया। विभाग ने सोमवार सुबह न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना भी जताई है। एक अधिकारी के अनुसार आसमान में बादल छाए रहेंगे और रविवार शाम को हल्की बारिश के साथ शीतलहर भी चल सकती है।
बारिश का 'लिटिल' फायदा
दिल्ली को इस बारिश का थोड़ा फायदा भी मिला है। बारिश की फुहारें पड़ने के बाद रविवार को पिछले एक हफ्ते के मुकाबले सबसे कम प्रदूषण दर्ज किया गया। हालांकि, वायु गुणवत्ता फिर भी “बेहद खराब” श्रेणी में ही रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के मुताबिक, शहर का कुल वायु गुणवत्ता सूचकांक 347 रहा। 100 से 200 के बीच एक्यूआई को ‘मध्यम‘, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बेहद खराब’ जबकि 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।
दिल्ली के 31 इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’
CPCB के मुताबिक, दिल्ली के 31 इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ दर्ज की गई। जबकि, दो इलाके में ये ‘खराब’ रही। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुड़गांव और नोएडा में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ दर्ज की गई। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली की वायु गुणवत्ता में, रविवार को हुई बारिश के बाद कुछ सुधार हुआ है। बारिश के बाद प्रदूषक तत्वों के बिखराव से हवा कुछ साफ हुई है।
उत्तराखंड, हिमाचाल और कश्मीर में बर्फबारी
उत्तराखंड सरकार ने पहले ही चमोली, केदारनाथ, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में भारी बर्फबारी और बारिश की चेतावनी जारी कर दी थी। उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी अलर्ट के अनुसार चमोली और केदारनाथ में तो भारी बर्फबारी भी हुई। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में कई जगहों पर बर्फबारी हुई। जिसकी वजह से यातायात और कनेक्टिविटी पर भारी असर पड़ा है।
इधर, उत्तर प्रदेश के भी अगल-अगल इलाकों से ठंड बढ़ने की खबरें आ रही हैं। क्षेत्रीय मौसम विभाग के मुताबिक, पूर्वी, पश्चिमी और मध्य उत्तर प्रदेश के अधिकांश हिस्से कोहरे की चादर में लिपटे हैं, जिसके चलते रेल, सड़क और हवाई यातायात बाधित हुआ है।