श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। लश्कर के आतंकी जुनैद मट्टू समेत दो आतंकियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया है।जुनैद मट्टू दक्षिण कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा का चीफ था। कुलगाम के खुदवानी गांव का रहने वाला जुनैद 3 जून 2015 को लश्कर-ए-तैयबा में भर्ती हुआ। जुनैद को कश्मीर का दूसरा बुरहान वानी कहा जाता था। जुनैद ने 2016 में अनंतनाग में पुलिस स्टेशन पर हमला किया इसके अलावा बीएसएफ की बस पर हुए हमले में भी जुनैद मट्टू शामिल था। आज दक्षिण कश्मीर के बिजबेहरा में अरवनी गांव के पास सुरक्षाबलों ने जुनैद को घेर लिया। जुनैद के साथ एक और आतंकी आज़ाद मलिक को भी सुरक्षाबलों ने मार गिराया है।
खुफिया सूचना पर सुरक्षाबलों ने की घेराबंदी
अधिकारियों ने बताया कि एक घर में तीन आतंकवादियों के मौजूद होने की खुफिया सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने अरवानी गांव के मलिक मोहल्ला में एक घर की घेराबंदी की। सुबह 8 बजे से सुरक्षाबलों ने घर के बाहर डेरा डाल दिया। दो घंटे के बाद करीब 10 बजे घर के अंदर से फायरिंग हुई जिसके बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए जुनैद मट्टू और उसके साथी को ढेर कर दिया। हालांकि इस ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों को काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ा। सुरक्षा बलों पर लगातार पथराव भी होते रहे। पत्थरबाजों को दूर भगाने के लिए सुरक्षा बलों पैलेट गन का इस्तेमाल किया।
कौन था जुनैद मट्टू
दक्षिण कश्मीर में लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर जुनैद मट्टू कुलगाम के खुद वानी गांव का रहने वाला था। वह काफी पढ़ा-लिखा था और उसे तकनीक का अच्छा ज्ञान था। मट्टू पहली बार तब सुर्खियों में तब आया जब पिछले साल जून में आतंकियों के गुट ने अनंतनाग में पुलिस स्टेशन पर हमला किया था। पिछले साल जून में ही वह BSF की बस पर हुए हमले में भी शामिल था। मट्टू ने जून 2016 में अनंतनाग के एक व्यस्त बस स्टैंड पर दिन दहाड़े 2 पुलिसवालों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस जघन्य अपराध को अंजाम देते हुए वह CCTV में कैद हो गया था। सेना ने हाल ही में घाटी में सक्रिय 12 खूंखार आतंकियों की तस्वीरों के साथ लिस्ट जारी की थी। उस लिस्ट में भी मट्टू का नाम था।