पटना: जनता दल (युनाइटेड) ने सोमवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद सहित पार्टी के अन्य नेताओं को भाषा की लक्ष्मण रेखा न लांघने की चेतावनी दी है। बिहार के जलसंसाधन मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने पार्टी के प्रदेश कार्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "भागलपुर में रविवार को राजद की रैली में लालू प्रसाद ने जिस भाषा का प्रयोग किया वह उनके जैसे नेता को शोभा नहीं देता है। वे व्यक्तिगत चरित्र हनन पर उतर आए हैं। हम भी उनके जैसी भाषा का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन हमारे संस्कार और संस्कृति इसकी अनुमति नहीं देते।"
उन्होंने राजद के नेताओं के बयानों पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा मर्यादा की लक्ष्मण रेखा पार न करें नहीं तो उल्टा पड़ जाएगा। जद (यू) नेताओं ने कहा कि लोकतंत्र में शब्दों की मर्यादा होनी ही चाहिए। नेताओं ने कहा कि भागलपुर में रैली की नहीं, नुक्कड़ सभा जैसी भीड़ थी। ललन सिंह ने कहा कि आयकर विभाग, केंद्रीय जांच ब्यूरो और प्रवर्तन निदेशालय की जांच से घिरे राजद अध्यक्ष इन दिनों हताश और निराश हो गए हैं। उन्होंने कहा कि यह हताशा की चरम सीमा है, जो उनकी भाषा में दिखाई पड़ रही है। उन्होंने कहा कि राजद अध्यक्ष बोलते समय अपनी भाषा पर नियंत्रण रखें।
राजद द्वारा सृजन घोटाले की सीबीआई जांच की सुप्रीम कोर्ट से निगरानी की मांग पर उन्होंने कहा कि इसके लिए कोई किसी को रोक कहां रहा है। उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद के पास साक्ष्य हैं, तो साक्ष्य लेकर न्यायालय जाएं। उन्होंने सीबीआई द्वारा भ्रष्टाचार के एक आरोप में पूछताछ के लिए बुलाए जाने और लालू प्रसाद के नहीं जाने पर तंज कसते हुए कहा, "बकरे की मां कब तक खैर मनाएगी। आज नहीं तो कल, उन्हें सीबीआई कार्यालय जाना ही होगा।"इस संवाददाता सम्मेलन में जद (यू) के प्रवक्ताओं सहित कई नेताओं ने भी अपनी बात रखी।