नई दिल्ली: भाजपा के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी ने मौसमी बुखार से पीड़ित होने के बावजूद अपने आवास पर तिरंगा फहराने की दशकों से चली आ रही अपनी परंपरा को इस बार भी बरकरार रखा। हालांकि लाल किला जाने की पुरानी रीति को वह इस बार नहीं निभा पाए जहां प्रधानमंत्री राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं।
आडवाणी के कार्यालय ने बुधवार को कहा था कि बीमार होने की वजह से वह बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहरा पाएंगे। लेकिन आज सुबह हालत में सुधार होने के बाद उन्होंने अपनी पुरानी परंपरा बरकरार रखी।
आडवाणी के परिवार के एक सूत्र ने बताया, “वह थोड़ा ठीक महसूस कर रहे थे। इसलिए हमने ऐसा करने का फैसला किया।” साथ ही उन्होंने कहा कि पूर्व उप प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस के मौके पर हर साल लाल किला भी जाते थे लेकिन इस बार खराब सेहत की वजह से वह ऐसा नहीं कर सके।