चंडीगढ़। गणतंत्र दिवस पर लाल किले पर हुई हिंसा के मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा वांछित कथित तौर पर गैंगस्टर से किसान नेता बने लाखा सिधाना और कई अन्य किसान नेताओं के खिलाफ शनिवार को चंडीगढ़ पुलिस ने एक विरोध मार्च के दौरान दंगों समेत कई ओरोपों में मामला दर्ज किया। पुलिस ने रविवार को कहा कि सेक्टर-3, सेक्टर-17 और सेक्टर-36 पुलिस थानों में पांच प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।
पुलिस ने सिधाना, बलदेव सिंह सिरसा समेत कई किसान नेताओं और उनके समर्थकों के खिलाफ दंगा करने, लोक सेवकों पर हमला करने और लोकसेवकों को दायित्व निर्वहन से रोकने समेत विभिन्न आरोपों में मामला दर्ज किया है। प्रदर्शनकारी किसानों ने शनिवार को पंजाब के राज्यपाल के निवास की तरफ जाने की कोशिश के दौरान चंडीगढ़-मोहाली सीमा पर पुलिस बैरीकेड तोड़ दिए थे।
चंडीगढ़ पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिये पानी की बौछार का इस्तेमाल किया था। प्रदर्शन के दौरान लाखा सिधाना को भी देखा गया था। किसानों ने यहां पंजाब और हरियाणा राजभवन की तरफ जाने की योजना बनाई थी और उनका केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ 26 जून को किसान आंदोलन के सात महीने पूरे होने के अवसर पर एक ज्ञापन सौंपने का इरादा था।