नई दिल्ली. लद्दाख की गलवान घाटी में सोमवार रात चीनी सैनिकों के साथ ''हिंसक टकराव'' के दौरान भारतीय सेना का एक अधिकारी और दो जवान शहीद हो गए। सेना ने यह जानकारी दी। इसे चीन की सीमा पर लगभग 45 साल बाद, भारतीय सशस्त्र बलों के कर्मियों की शहादत की संभवत: पहली घटना माना जा रहा है।
इससे पहले 1975 में अरुणाचल प्रदेश में तुलुंग ला में हुए संघर्ष में चार भारतीय जवान शहीद हो गए थे। सेना ने कहा कि चीन को भी नुकसान हुआ है। हालांकि कितना नुकसान हुआ है यह अभी स्पष्ट नहीं है। आइए आपको बतातें है लद्दाख की गलवान घाटी में क्या हुआ था पिछली रात।
गलवान में Patrolling Point 14 पर भारतीय सेना की यूनिट तैनात है। 6 जून को दोनों कोर कमांडर के बीच बातचीत हुई थी, जिसमें तय हुआ था कि disengagement के तौर पर ये तय किया था कि भारतीय सेना की ईस्ट पोस्ट से पांच किलोमीटर ईस्ट पीछे की तरफ PLA हटेगा।
चीनी PLA के जवान हट भी रहे थे लेकिन रात साढ़े आठ से 9 बजे की बीच हो वो लोग वापस आए और उन्होंने लोहे की rod और पत्थरों से भारतीय सेना के सीओ पर अटैक किया। जिसके बाद दोनों सेनाएं भिड़ गईं। करीब दो से तीन घंटे के बीच पूरी लड़ाई हुई। सुबह तक यह कंफर्म हुआ कि इस भिड़ंत में भारतीय सेना के सीओ और दो जवान शहीद हुए हैं। इस वक्त LAC पर हालात बहुत तनावपूर्ण हैं।