नयी दिल्ली: भारत और चीन के बीच इस सप्ताह पूर्वी लद्दाख को लेकर एक और दौर की राजनयिक वार्ता होने की संभावना है, जिसमें गतिरोध वाले बाकी बिंदुओं से सैनिकों की वापसी पर चर्चा की जाएगी। सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भारत-चीन सीमा मामलों को लेकर परामर्श एवं समन्वय के लिए स्थापित कार्य तंत्र (डब्ल्यूएमसीसी) के अंतर्गत होने वाली वार्ता के दौरान पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों की सेनाओं के बीच तनाव कम करने के व्यापक सिद्धांतों पर ध्यान केंद्रित किए जाने की उम्मीद है।
सूत्रों ने कहा कि यह वार्ता 24 जून को हो सकती है। इससे पहले डब्ल्यूएमसीसी के तहत पिछले दौर की वार्ता 12 मार्च को हुई थी। ऐसा माना जा रहा है कि राजनयिक चर्चा के बाद कोर कमांडर स्तर के अधिकारियों के बीच भी वार्ता होगी। उल्लेखनीय है कि भारत और चीन के बीच पिछले वर्ष मई की शुरुआत से पूर्वी लद्दाख में सीमा पर सैन्य गतिरोध है। हालांकि, दोनों पक्षों ने कई दौर की सैन्य एवं राजनयिक वार्ता के बाद फरवरी में पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से सैनिकों को हटाने की प्रक्रिया पूरी की थी। फिलहाल दोनों देशों के बीच गतिरोध के बाकी हिस्सों से सैनिकों की वापसी को लेकर बातचीत जारी है।
बता दें कि भारत और चीन की सेनाओं के बीच पैंगोंग सो इलाके में पिछले वर्ष पांच मई को हिंसक संघर्ष के बाद सीमा गतिरोध उत्पन्न हो गया था। इसके बाद दोनों पक्षों ने हजारों सैनिकों एवं भारी हथियारों की तैनाती की थी। सैन्य एवं राजनयिक स्तर की वार्ता के बाद दोनों पक्षों ने इस वर्ष फरवरी में पैंगोंग सो के उत्तरी और दक्षिणी किनारे से सैनिकों एवं हथियारों को पीछे हटा लिया था।
इनपुट-भाषा