लेह। केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में शनिवार को 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उप राज्यपाल आर के माथुर ने जमीन की सुरक्षा और बाहरी लोगों की काफी संख्या में आमद से जुड़ी स्थानीय लोगों की आशंकाओं को दूर किया। यह आयोजन ऐसे मौके पर हो रहा है जब इस केंद्र शासित राज्य के गठन का एक साल पूरा हुआ है। लेह पोलो मैदान में तिरंगा फहराने और सलामी गारद का निरीक्षण करने के बाद अपने स्वतंत्रता दिवस संबोधन में उप-राज्यपाल माथुर ने कहा कि लद्दाख को केंद्र शासित राज्य का दर्जा मिलने से लोगों की उम्मीदें बढ़ी हैं।
उन्होंने कहा, “केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा मिलने से लद्दाख के लोगों की उम्मीदें और अकांक्षाएं बढ़ी हैं और इसके साथ ही जमीन की सुरक्षा, पर्यावरण, नौकरियां और बाहरी लोगों की बड़ी संख्या में आने जैसी कुछ आशंकाएं भी उनके मन में हैं।” उन्होंने कहा, “सुरक्षा और विकास से जुड़ी उनकी अकांक्षाओं को पूरा करने के लिये केंद्र शासित प्रदेश का प्रशासन दृढ़प्रतिज्ञ है।” उन्होंने क्षेत्र के चौमुखी विकास का भरोसा दिलाते हुए कहा कि लद्दाख में देश की अक्षय उर्जा राजधानी बनने की पूरी संभावना है।
केंद्र शासित प्रदेश बनने के एक साल पूरा होने पर लद्दाख के लोगों को बधाई देते हुए माथुर ने कहा, “यह लद्दाखियों के लिये सपने सच होने जैसा है और हमें इसके लिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुक्रिया कहना चाहिए।” उप राज्यपाल ने कहा, “लोगों के पास अपनी पसंद का लद्दाख बनाने का यह सुनहरा मौका है क्योंकि इसकी किस्मत उनके हाथों में है।” उन्होंने युवाओं से विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ उठाते हुए उपने उद्मिता कौशल को टटोलने का आह्वान किया।