नई दिल्ली: वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC)पर फायरिंग की घटना के बाद आज आर्मी चीफ मनोज मुकुंद नरवणे ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को LAC पर मौजूदा हालात की जानकारी दी। सोमवार की शाम एलएसी पर एक बार फिर हालात बिगड़ने लगे और फायरिंग की घटना हुई। हालांकि इस घटना में दोनों तरफ के सैनिकों को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ है। भारतीय सेना ने इस घटना को चीन के उकसावे की कार्रवाई बताया और कहा कि भारतीय सेना की तरफ से किसी तरह की फायरिंग नहीं की गई। फायरिंग चीनी सैनिकों की तरफ से की गई।
;चीन के सैनिकों ने की फायरिंग: भारतीय सेना
पूर्वी लद्दाख में सोमवार की घटना पर भारतीय सेना ने कहा कि भारतीय सेना ने कभी भी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पार नहीं की और गोलीबारी समेत किसी आक्रामक तरीके का इस्तेमाल नहीं किया। पीएलए के सैनिकों ने भारतीय सैनिकों को डराने के प्रयास में हवा में कुछ राउंड गोलियां चलाईं। गंभीर उकसावे के बावजूद भारतीय सैनिकों ने अत्यंत संयम बरता और परिपक्व एवं जिम्मेदार तरीके से व्यवहार किया।
चीन का दावा - भारत ने एलएसी पर हवाई फायरिंग कर दी चेतावनी
चीन ने दावा किया कि भारतीय सैनिकों ने लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हवाई फायरिंग करके चेतावनी दी थी जिसके चलते पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों को "जमीन पर अपनी स्थिति को स्थिर रखने के लिए जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी"। एक बयान में पीएलए वेस्टर्न थिएटर कमांड के प्रवक्ता कर्नल झांग शुइली ने दावा किया है कि भारतीय सेना ने "सीमा को पार किया और चीन-भारतीय सीमा के पश्चिमी खंड बांगो हुनान में प्रवेश किया"।चीन ने आगे कहा, "भारत की कार्रवाई ने चीन और भारत के बीच प्रासंगिक समझौतों का गंभीरता से उल्लंघन किया है। उसने दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ाया है और गलतफहमी पैदा कर दी है।"
पिछले हफ्ते ही भारतीय सैनिकों ने पीएलए द्वारा पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग सो के दक्षिण में यथास्थिति को बदलने के प्रयासों का करारा जबाव दिया था। भारतीय सेना की इस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया करते हुए शी जिनपिंग शासन ने धमकी दी थी कि इससे चीन-भारत सीमा पर "निश्चित रूप से तनाव बढ़ेगा, क्योंकि भारत एलएसी पार कर गया है और जानबूझकर उकसा रहा है।"