Highlights
- हथियार चलाने की ट्रेनिंग लेने सीमा लांघकर पाक अधिकृत कश्मीर जा रहे थे तीनों कश्मीरी युवक
- युवाओं को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से पाकिस्तान से सक्रिय आतंकवादी ने आतंकवाद के लिए किया प्रेरित
- तीनों युवकों के माता-पिता को बुलाया गया और परामर्श के बाद किशोरों को उन्हें सौंप दिया गया
कुपवाड़ा (जम्मू-कश्मीर): कश्मीर के कुपवाड़ा में गुरुवार को पुलिस ने 3 कश्मीरी युवकों को आतंकी बनने से रोक लिया। सीमा लांघकर पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) जा रहे 3 कश्मीरी युवकों को स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। तीनों युवक आतंकवाद में शामिल होने और हथियारों की ट्रेनिंग के लिए एलओसी (नियंत्रण रेखा) पार कर पीओके जा रहे थे। कश्मीर पुलिस ने बताया कि 3 युवक एलओसी लांघकर पीओके जाने की कोशिश कर रहे थे। सभी को कुपवाड़ा पुलिस ने रोका और उन्हें हिरासत में ले लिया।
एसएसपी कुपवाड़ा युगल मन्हास ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में मीज इलाके के तीन लड़कों ने एक आतंकवादी कमांडर से संपर्क स्थापित किया था। ये तीनों युवक हथियार चलाने की ट्रेनिंग लेने के लिए पाकिस्तान की सीमा में जा रहे थे। इनकी योजना हथियार चलाने की ट्रेनिंग लेकर आने के बाद कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों शामिल होना था। पूछताछ पर पुलिस को जानकारी मिली कि दक्षिण कश्मीर के इन युवाओं को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से पाकिस्तान से सक्रिय आतंकवादी तैयब फारूकी द्वारा आतंकवाद की ओर प्रेरित किया गया।
जानकारी के मुताबिक, तीनों युवकों की पहचान फुरकान सुल्तान खांडे (16, कक्षा 10वीं का छात्र) पुत्र मोहम्मद सुल्तान खांडे, फुरकान नजीर खांडे (16, कक्षा 10वीं का छात्र) पुत्र नजीर अहमद खांडे और कामरान सज्जाद शेख (16, एक छात्र) पुत्र सज्जाद अहमद शेख के रूप में हुई है। सभी पुलवामा जिले के मीज पंपोर गांव के निवासी हैं। इनके पकड़े जाने के बाद युवकों के माता-पिता को बुलाया गया और परामर्श के बाद किशोरों को उन्हें सौंप दिया गया। उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में तेजी से आतंकवाद के मामले बढ़े हैं। आतंकवादियों के कई हमदर्दों का भी पुलिस और सुरक्षा बलों को पता चला है। आतंकवादी अब सुरक्षा बलों से सीधा लोहा नहीं लेते।