कोलकाता: कोलकाता में बड़ा संवैधानिक संकट खड़ा हो गया। यहां पुलिस और सीबीआई के बीच सीधा टकराव हुआ। बात यहां तक बिगड़ गई कि दोनों बलों में हाथापाई तक हो गई। जिसके बाद कोलकाता पुलिस ने सीबीआई के 5 अफसरों को हिरासत में ले लिया। हालांकि, घंटों हिरासत में रखने के बाद सभी को छोड़ दिया गया है। CBI के अंतरिम निदेशक एम नागेश्वर राव का कहना है कि इस मामले में आज (04 फरवरी) CBI सुप्रीम कोर्ट जाएगी।
सीएम ममता बनर्जी ने पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के आवास पर मीटिंग करने के बाद मीडिया के सामने कहा, 'मैं अपनी फोर्स के साथ खड़ी हूं। मैं मोदी सरकार के खिलाफ धरना दूंगी। कल (04 फरवरी) बजट पेश नहीं करूंगी।' फिलहाल, वो धरने पर बैठ गई हैं। इस दौरान उन्हें BJP की दूसरी विपक्षी पार्टियों का भी समर्थन मिल रहा है, जो उनसे फोन पर भी संपर्क में हैं।
पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के आवास पर मीटिंग के ममता बनर्जी ने ये भी कहा कि 'पूरा देश मोदी-शाह से परेशान है। देश में इस समय इमरजेंसी से भी बुरे हालात हैं। मुझ पर बहुत दबाव डाला गया। देश नरेंद्र मोदी से परेशान है।' उन्होंने कहा कि 'मुझे ये कहने में गर्व है कि फोर्स की प्रोटेक्शन मेरी जिम्मेदारी है।' ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि CBI बिना किसी नोटिस के राज्य में घुसी है।
दरअसल, कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार के घर चिटफंड घोटाला केस को लेकर सीबीआई की टीम पूछताछ के लिए पहुंची थी। जहां पुलिस ने CBI की टीम को रोक लिया और फिर पूरा विवाद खड़ा हो गया। बताया जा रहा है कि अब CBI इस पूरे मामले को लेकर गृह मंत्रालय से शिकायत करेगी।
BJP महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने 5 CBI अधिकारियों को हिरासत में लिए जाने को पं. बंगाल में लोकतंत्र का अंत करार दिया। उन्होंने कहा कि CBI सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जांच कर रही थी लेकिन इन्होंने ऐसा नहीं करने दिया।