कोलकाता: कोलकाता के दक्षिणी क्षेत्र में डायमंड हार्बर रोड पर 50 साल पुराने माजेरहाट पुल का एक हिस्सा मंगलवार शाम को ढहने के बाद मलबे में संभावित फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए कल पूरी रात तलाश अभियान जारी रहा। बुधवार की सुबह से भी अभियान चल रहा है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पुल का एक हिस्सा मंगलवार शाम को ढह जाने से कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गयी, जबकि कई लोग इसकी चपेट में आ गये। कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि बारिश के बीच बचावकर्मियों ने कंक्रीट को हटाने के लिए ड्रिलिंग का सहारा लिया। इसके अलावा अत्याधुनिक कैमरों और खोजी कुत्तों की मदद से यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि मलबे के नीचे कोई व्यक्ति दबा तो नहीं है। बचाव कर्मियों के लिए अतिरिक्त प्रकाश की व्यवस्था कल रात में की गई थी। बचाव दल के एक अधिकारी ने आज सुबह बताया, '' ढह गये पुल के नीचे कुछ लोग फंसे हो सकते हैं। हम उनकी तलाश में जुटे हुए हैं। हम कटर और ड्रिल मशीन का उपयोग सीमेंट की सिल्लियों को काटने के लिए कर रहे हैं। अभी तक हम किसी भी व्यक्ति का पता नहीं लगा पाए हैं। हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।'' (जम्मू: हिज्बुल मुजाहिदीन का शीर्ष सदस्य गिरफ्तार )
दुर्घटना स्थल के नजदीक ही मेट्रो रेलवे परियोजना का काम चल रहा था और हर तरफ इसके निर्माण से जुड़ी चीजें पड़ी हुई हैं। मेट्रो परियोजना में काम कर रहे श्रमिकों का दावा है कि उनके दो सहकर्मी लापता हैं जो पुल के नीचे स्थित एक अस्थायी झोपड़ी में रहते थे। अधिकारियों ने बताया कि कोलकाता आपदा प्रबंधन विभाग, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य अग्निशमन विभाग ने पूरी रात तलाश अभियान चलाया। पुलिस ने बताया कि कल शाम हुए इस हादसे में 27 वर्षीय सौमेंदु बाग की मौत हो गई और तीन महिलाओं समेत 21 अन्य घायल हो गए। घायलों का इलाज शहर के एक अस्पताल में हो रहा है। अधिकारी ने बताया कि क्रेन की मदद से एक मिनी बस, चार कारें और कुछ मोटरसाइकिलों को शाम को मलबे के नीचे से निकाला गया।
इसी बीच ट्रैफिक को इस मार्ग से हटाकर किसी अन्य मार्ग की तरफ मोड़ दिया गया है। माजेरहाट पुल दक्षिण 24 परगना जिले के विस्तारित क्षेत्र को शहर से जोड़ता है। कोलकाता यातायात पुलिस ने बताया कि उन्हें यातायात जाम होने की आशंका है क्योंकि माजेरहाट, बेहाला और दक्षिण 24 परगना जिले के अन्य हिस्सों को जोड़नेवाला मुख्य पुल था। बुधवार की सुबह भाजपा की राज्यसभा सांसद रूपा गांगुली ने घटनास्थल का दौरा किया। उन्होंने इस दुर्घटना के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि पुल की देख-रेख ठीक तरीके से नहीं की जा रही थी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दार्जिलिंग में हैं, उनके आज शहर लौटने और घटनास्थल का दौरा करने की संभावना है। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘पुल के ढह जाने के कारणों का पता लगाने के लिए मुख्य सचिव मलय डे की अगुवाई में एक समिति जांच करेगी। उन लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी जिनकी लापरवाही से यह हादसा हुआ। किसी को बख्शा नहीं जाएगा।’’ पिछले साढ़े पांच वर्षों में शहर में यह पुल गिरने की तीसरी घटना है।